साढ़े 11 साल, 23 आरोपी, 216 गवाह
भाकर ने बताया कि 27 जून 2006 को डीडवाना के गोदारा मार्केट में एक दुकान पर बैठे जीवनराम गोदारा व हरफूल की आनन्दपाल सिंह व उसके साथियों ने गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी। इस गोलीबारी में तीन युवक भी घायल हो गए थे। इस मामले में पुलिस ने आनन्दपाल सिंह सहित कुल 23 लोगों को आरोपित बनाया था। इनमें से भंवर सिंह मकोड़ी को हाईकोर्ट ने डिस्चार्ज कर दिया। मुख्य आरोपी आनन्दपाल सिंह, बलवीर बानूड़ा व कालूराम की मौत हो चुकी है। इसके अलावा शाहिद, अनिल नायर को कोर्ट मफरूर घोषित कर चुकी है। उन्होंने बताया कि आरोपी सुरेश सिंह, अनूप सिंह की एडीजे न्यायालय में अलग से ट्रॉयल चल रही है। जबकि मंजीत सिंह, दातार सिंह, संजय पांडे, श्रीवल्लभ व परवेज अहमद न्यायिक अभिरक्षा में है। वहीं ज्ञानसिंह, पहाड़सिंह, मेघसिंह, रणजीत सिंह, नागरमल, गिरधारी, केसरसिंह, राजेन्द्र सांखला, जसूनाथ, पप्पूराम उर्फ पपैया जमानत पर चल रहे हैं। भाकर ने बताया कि इस मामले में अब तक कुल 216 गवाहों के बयान हो चुके हैं। अब यह मामला बहस तक पहुंच गया है। उम्मीद है कि बहस इसी सप्ताह पूर्ण हो जाएगी।