आरएलपी नेता अनिल बारूपाल के नेतृत्व में ग्रामीण हनुमानराम, किशनाराम मेघवाल, गणपत काला, बालूराम, रामचंद्र, हीराराम, पुरखाराम, बुद्धाराम, ओमप्रकाश, प्रेमाराम, गोपालराम आदि ने ज्ञापन में बताया कि ग्राम पंचायत सरासनी में एक सीमेन्ट कम्पनी जिसका नाम जेएसडब्ल्यू सीमेन्ट कम्पनी लिमिटेड आई। कम्पनी द्वारा ग्राम सरासनी में कुछ लोगों को बुलावा दिया और कहा कि हम पांच-सात दिन में आपकी मांगें ऊपर पहुंचा कर आपको अवगत करा देंगे। ग्रामीणों ने बताया कि उनकी मांग है कि हमारी जमीन की कीमत 15 लाख रुपए प्रति बीघा होनी चाहिए। इसके साथ ग्राम सरासनी में विकास होना चाहिए। लेकिन 5 दिन पूर्व 20 अक्टूबर को कम्पनी के प्रतिनिधियों ने ग्रामवासियों को सूचित करने की बजाए चार-पांच व्यक्तियों को बुला कर 8 लाख रुपए हमारी जमीन की कीमत तय कर दी है। जिसमें कुछ व्यक्तियों ने अपने खेतों का एग्रीमेन्ट भी करवा दिया। उन लोगों को यह झांसा व लोभ दिया कि आप पहले एग्रीमेन्ट करवा दो, हम आपको अलग से कुछ बोनस दे देंगे।
इसके साथ सरासनी में खसरा नम्बर 203 की जमीन गोचर भूमि दर्ज है। उसके बदले कम्पनी ने यह जमीन दूसरी जगह देने को कहा, लेकिन कुछ लोगों ने कम्पनी से मिल कर ग्राम सरासनी से पांच किलोमीटर दूर लेना तय कर दिया। जहां पर न तो कटाणी रास्ता है, न ही पानी की कोई व्यवस्था है। जबकि गोचर की जमीन के बदले ग्राम सरासनी के नजदीक पर ही दी जानी चाहिए, ताकि गोवंश को कोई तकलीफ नहीं हो। इसके साथ ग्रामीणों ने अन्य मांगें भी रखी है।