बैंकों पर रहना पड़ता निर्भर
ईडवा ने बताया कि बैंक समयावधि के दौरान ही पैसों की निकासी हो पाती है। बैंक बंद होने के दौरान और अवकाश के दिनों में यह परेशानी और भी बढ़ जाती है। ऐसे में ग्रामीणों को रुपयों की निकासी के लिए डेगाना स्थित एटीएम तक के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। यहा पर कस्बे में स्थित क्रेसर मशीनें होने से यहां कई उद्यमी व बाहरी श्रमिक निवास करते हैं। इनका खाता स्थानीय बैंकोंं में है। बैंक में लेन-देन को लेकर हर समय रहने वाली भीड़ पर लोगों के लिए रुपयों की निकासी के लिए एकमात्र एटीएम ही सहारा है।
नहीं हो रहा समाधान
कस्बे में एटीएम सुविधा मिले तो ग्रामीणों को 24 घंटे पैसे निकासी की सुविधा मिलने के साथ ही जमा राशि की जानकारी एटीएम से प्राप्त हो सकती है, लेकिन इस समस्या के बारे में उच्च अधिकारियों को अवगत कराने के बाद भी कस्बे में एटीएम स्थापित नहीं हुआ, जिससे ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण दिलीप सिंह जोधा, बलवीर सिंह बली, सुखदेव टांडी, शिव टांडी, अनिल सिंह, शक्ति सिंह चारण सहित ग्रामीणों ने कस्बे में एटीएम लगाने की मांग की है।