इस संबंध में गुरुवार को पत्रिका टीम जिला मुख्यालय के केन्द्रीय बस स्टैंड पर पहुंची, और हड़ताल के चलते प्रशासन को कोस रहे यात्रियों से बातचीत हुई तो उन्होंने अपनी परेशानियों के बारे में बताया। यात्रियों का कहना था कि रोडवेज की हड़ताल व सरकार के बीच चल रहे संघर्ष में उनको मुश्किलें क्यों झेलनी पड़ रही है। जल्द ही इसका समाधान होना चाहिए, नहीं तो आम को इस हड़ताल से क्य लेना-देना है। हमें हड़ताल से क्या लेना-देना केन्द्रीय बस स्टैंड पर गुरुवार को बीकानेर जाने के लिए पहुंचे रामसुमेर, कुचामन जाने के लिए भंवर, परबतसर के लिए नेताराम एवं जयपुर जाने के लिए राजाराम मिले। इनसे बातचीत हुई तो इनका कहना है कि हड़ताल तों कर्मचारियों एवं सरकार के संघर्ष के बीच संघर्ष है। इन दोनों के संघर्ष में आम से सुविधाएं छीनने का अधिकार किसी को नहीं है। इसके बाद भी कर्मचारी एवं सरकार की जिद के बीच उनका जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। जो की बिलकुल सही नहीं है।