केन्द्र सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय के संविधान सम्मत निर्णय को पलट कर काला कानून पारित किया है, जिसका विरोध सम्पूर्ण भारत सहित नागौर में भी किया जा रहा है। बंद को विभिन्न सामाजिक और व्यापारिक संगठनों ने समर्थन दिया है। वहीं जिले मौलासर कस्बे में सर्व समाज के आह्वान पर जरूरी सेवाओं व मेडिकल की दुकानें भी बन्द है। हालांकि सुबह-सुबह एससी-एसटी वर्ग के कुछ लोगों ने दुकानें खोली, जिसको लेकर एक बार माहौल बिगडऩे लगा, लेकिन समझाइश के बाद स्थिति सामान्य हो गई। इसी प्रकार बोरावड़ में भी बंद को लेकर हल्का विवाद हुआ। प्रतिष्ठान खोलकर बैठे व्यापारियों ने व्यापार मण्डल अध्यक्ष पर बंद की पूर्व सूचना नहीं देने का आरोप लगाया है। लोगों के आग्रह के बाद व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान स्वैच्छा से बंद कर लिए। लाडनूं में व्यापारियों ने पूरी तरह बंद रखा है। बूड़सू कस्बे में एससी- एसटी एक्ट के विरोध में भारत बंद को लेकर कस्बे के सम्पूर्ण रूप से बाजार बन्द किए गए हैं। डेगाना शहर सहित गांवों में भी भारत बंद का असर देखा जा रहा है। दोपहर में दुकानदार एसडीएम के नाम ज्ञापन देंगे।