बैठक के दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मेहराम महिया ने बताया कि जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण टीम द्वारा नागौर में मिशन अगेंस्ट कोरोना के तहत सुदृढ़ स्वास्थ्य तंत्र विकसित किया जा रहा है। इसके तहत विभिन्न सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रो पर कोविड मरीजों की चिकित्सा के लिए बेड आरक्षित करने के साथ ही नए कोविड केयर सेंटर शुरू किए गए है। इसमें कोरोना मरीजों के लिए सोमवार को 40 नए बेड आरक्षित किए गए हैं। इसमें श्रीबालाजी में रूपभवन कोविड केयर सेंटर में 12 बेड का नया कोविड केयर सेंटर शुरू किया गया है, जिनमें 7 ऑक्सीजनयुक्त बेड हैं। वहीं परबतसर में 10 बेड का नया कोविड केयर सेंटर मॉडल स्कूल में शुरू किया गया है, जिनमें 5 ऑक्सीजनयुक्त बेड हैं। इसी प्रकार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ईडवा व मारोठ में 5-5 नए बेड आरक्षित किए गए हैं, जिसमें प्रत्येक सीएचसी में 2 ऑक्सीजनयुक्त बेड हैं। वहीं बाजवास व बुड़सू सीएचसी में 4-4 बेड आरक्षित किए गए हैं, जिसमें 2-2 ऑक्सीजनयुक्त बेड हैं। इस प्रकार जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों व कोविड केयर सेंटर पर अब कुल कोरोना आरक्षित बेड 341 से बढ़ाकर 381 कर दिए गए हैं। वहीं ऑक्सीजन सर्पोटेड बेड की संख्या बढकऱ 238 हो गई है।
सीएमएचओ डॉ. महिया ने बताया कि शिशु व बच्चों में कोरोना संक्रमण फैलने की संभावना को देखते हुए जिले में सभी राजकीय अस्पतालों में इसके लिए आधारभूत सुविधाएं, चिकित्सकीय उपकरण, आवश्यक संसाधन की व्यवस्थाओं पर पूर्व तैयारियां प्रारंभ कर दी गई हैं। जिला अस्पताल में पृथक से मदर चाइल्ड हेल्थ विंग कार्यरत है, जिसमें बाल रोग विशेषज्ञ की सेवाएं भी उपलब्ध है। इस विंग में महिलाओं एवं शिशुओं के स्वास्थ्य सेवाओं, संसाधनों के अनुकूलतम उपयोग, चिकित्सकीय उपकरणों सहित आधारभूत सुविधाओं को और अधिक मजबूत करने के लिए विंग प्रभारी डॉ आर. के. सुथार को सहयोग एवं समन्वय करने के लिए जिला स्तर पर 2 सदस्य समिति का गठन किया गया है।