शिशु और बच्चों में कोरोना संक्रमण फैलने की संभावना को देखते हुए कलक्टर डॉ. सोनी ने चिकित्सा अधिकारियों को जिले में व्यापक तैयारी करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जिले में सभी राजकीय अस्पतालों में इसके लिए आधारभूत संरचना, चिकित्सकीय उपकरण, आवश्यक संसाधन की व्यवस्था पर पूर्व तैयारी किया जाना आवश्यक है। जिला अस्पताल नागौर में मदर चाइल्ड हेल्थ विंग पृथक से कार्यरत है, जिसमें बाल रोग विशेषज्ञ की सेवाएं भी उपलब्ध है। इस विंग में महिलाओं एवं शिशुओं के स्वास्थ्य सेवाओं, संसाधनों के अनुकूलतम उपयोग, चिकित्सकीय उपकरणों सहित आधारभूत संरचना को और अधिक मजबूत करने के लिए विंग प्रभारी डॉ. आर. के. सुथार को सहयोग एवं समन्वय करने के लिए जिला स्तर पर 2 सदस्य समिति का गठन किया गया है। इस समिति में रीको के क्षेत्रीय महाप्रबंधक विपोन मेहता को अध्यक्ष तथा सहकारी समितियां नागौर के उप रजिस्ट्रार जयपाल गोदारा को सदस्य बनाया गया है।
कलक्टर ने आदेश जारी कर कहा कि जिले में संचालित राजकीय उप जिला अस्पताल डीडवाना, लाडनूं व कुचामन में महिला एवं शिशु रोग विशेषज्ञ के मार्गदर्शन में महिलाओं व शिशुओं के लिए पृथक से वार्ड की व्यवस्था उपलब्ध है। जिन्हें और अधिक संसाधनयुक्त किए जाने के निर्देश दिए हैं, ताकि इन वार्डों में कोरोना पीडि़त महिलाओं व शिशुओं को चिकित्सा के लिए वेंटिलेटर व ऑक्सीजनयुक्त बेड की भी पर्याप्त सुविधा उपलब्ध हो सके। जिला कलक्टर ने शुक्रवार को आदेश जारी कर जिले में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्थापित जेएसवाई वार्डों को महिलाओं एवं शिशुओं के स्वास्थ्य एवं कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम व उपचार की दृष्टि से और अधिक सुविधायुक्त किए जाने के निर्देश दिए। साथ ही संबंधित प्रभारियों को इस संबंध में उपलब्ध संसाधन एवं आवश्यक संसाधनों का आकलन करके पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया, जिससे राजकीय अस्पतालों में मौजूदा सुविधा एवं संसाधनों का विस्तार किया जा सके, ताकि बच्चों एवं शिशुओं में कोविड-19 संक्रमण फैलने की स्थिति में संक्रमण की रोकथाम एवं उपचार की पर्याप्त व्यवस्था पहले ही की जा सके।