बेनीवाल ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण पर जवाब देते हुए सदन में सूबे के सीएम ने टोकन काटने के बाद मूंग खरीद से वंचित रहे किसानों से मूंग खरीदने की घोषणा की और एक महीने से अधिक समय हो जाने के बाद भी सदन में मुख्यमंत्री की घोषणा को अमलीजामा नहीं पहनाना इस बात की ओर इंगित कर रहा है कि किसान हित के नाम पर वोट लेने के बावजदू कांग्रेस किसानों का भला नहीं चाहती। साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि संविदा कार्मिकों को 100 दिनों में नियमित करने की बात कही, मगर किया नहीं। साथ कई ऐसे वादे थे जो आचार संहिता लगने से पूरे करने थे और किए जा सकते थे, उनको कांग्रेस पार्टी पूरा नहीं कर पाई, विधायक ने कहा की कर्ज माफी का लाभ किसानों को मिला नहीं और इस वजह से जनता आहत है।
हनुमान बेनीवाल ने वसुंधरा राजे व अशोक गहलोत के आंतरिक गठजोड़ के आरोप को दोहराते हुए कहा कि हमने प्रयास किया, सच्चाई जनता के सामने लाए और काफी हद तक सफल भी रहे, उन्होंने कहा कि रालोपा के चुनाव लडऩे की वजह से जहां भाजपा सत्ता से बेदखल हो गई, वहीं कांग्रेस भी वेंटिलेटर पर आ गई।
हनुमान बेनीवाल ने कहा कि नरेंद्र मोदी जब पीएम बने तो देश को उम्मीद थी कि पाकिस्तान व आंतक के खिलाफ सख्त कार्यवाही होगी, सेना ने प्रयास किया, मगर सरकार कूटनीतिक स्तर पर आंतक को रोकने में सक्षम नहीं रही। उन्होंने कहा कि राम मंदिर, कश्मीर में धारा 370 जैसे संवेदनशील मुद्दों पर मोदी ने पंाच साल छुपी साधे रखी, जिससे जनता निराश हुई, उन्होंने कहा की दाउद इब्राहिम, नीरव मोदी, मसूद अजहर जैसे लोगों पर पांच साल तक भाजपा की केंद्र सरकार कुछ खास नहीं कर पाई। उन्होंने कहा कि हर रोज सीमा पर जब देश का जवान शहीद होता है, राष्ट्र का प्रत्येक आदमी निराश होता है, क्योंकि सैनिक हम सभी के परिवार के सदस्य हैं, इसलिए आंतक को जड़ से खत्म करने की जरूरत है।
बेनीवाल ने कहा कि भाजपा व कांग्रेस के खिलाफ लडऩे वाले सभी दलों से वार्ता जारी है और प्रयास करके गठबंधन करके चुनाव लड़ेंगे और प्रदेश की 25 सीटों पर लोकसभा में ताल ठोकेंगे।
बेनीवाल ने कहा कि वो खुद चुनाव लड़ेंगे या नहीं यह निर्णय आगामी 3-4 दिनों में पार्टी के कार्यकर्ताओं व प्रत्याश रहे लोगों से बात करके लिया जाएगा। यह रहे उपस्थित
प्रेस वार्ता में रालोपा संयोजक के अलावा पार्टी के मेड़ता से विधायक इंदिरा देवी बावरी, भोपालगढ़ विधायक पुखराज गर्ग, दलित नेता उदाराम मेघवाल, सताराम देवासी, छूटन यादव, नारायण बेनीवाल, उम्मेदराम चौधरी, आरके मेहर, मनीष चौधरी, यूआर बेनीवाल सहित विधानसभा चुनाव में पार्टी के प्रत्याशी मौजूद थे।