नागौर एसीबी के एएसपी रमेश मौर्य ने बताया कि उन्हें सूचना मिली कि एसआई केसरसिंह नरूका ने खींवसर थाने में थानाधिकारी के पद पर रहते हुए रिश्वत की जो राशि ली थी, उसे लेकर वह गांव जा रहा है। मुखबीर की सूचना पर उन्होंने नागौर-अजमेर रोड पर स्थित बाड़ी घाटी टोल नाके पर केसरसिंह की गाड़ी रूकवाकर तलाशी ली तो गाड़ी में 11 लाख 36 हजार रुपए मिले। जिसके बारे में केसरसिंह से पूछताछ करने वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। गाड़ी की तलाशी में शराब की 21 बोतलें भी मिली है, जिस पर थांवला थाना पुलिस को सूचना दी। एसीबी की सूचना पर थांवला थाना पुलिस मौके पर पहुंची तथा शराब जब्त की। इसके बाद एसीबी केसरसिंह को भी थांवला थाना ले गई। एएसपी मौर्य ने बताया कि उनके पास अजमेर का भी अतिरिक्त चार्ज है और उन्होंने यह कार्रवाई अजमेर एसीबी कार्यालय की ओर से की है।
चार दिन पूर्व विजिलेंस के एएसपी ने की थी पूछताछ
एसआई केसरसिंह से विजिलेंस के एएसपी लालचंद ने गत शुक्रवार को नागौर के सदर थाने में पूछताछ की थी। केसरसिंह पर आरोप था कि उसने माणकपुर के पूर्व सरपंच मुन्नाराम को अफीम के झूठे मामले में फंसाया और साढ़े चार लाख रुपए भी ले लिए। शिकायत डीजीपी को करने पर दूसरे ही दिन विजिलेंस के एएसपी ने नागौर पहुंचकर केसरसिंह से पूछताछ की थी। इसके बाद नागौर एसपी श्वेता धनखड़ ने केसरसिंह को थानाधिकारी पद से हटाकर लाइन हाजिर कर दिया था।