Sawan 2019: जानें इस सावन क्या रहेगा ख़ास, पढ़े मान्यताएं, व्रत और तिथि से जुड़ी जरूरी बातें जिम्मेदार अधिकारी इसके बाद भी मरम्मत को लेकर ध्यान नहीं दे रहे हैं। वहीं कई गांवों में बोर से पानी सप्लाई होती है। ऐसे में बिजली बंद होने पर लोगों को पीने के लिए पानी तक नहीं मिल पाता। इतना ही नहीं सीएचसी और पीएचसी में भी बिजली सप्लाई नहीं होने के कारण लोगों को स्वास्थ्य सुविधा भी नहीं मिल पाता है। हालकि सीएचसी, पीएचसी में सोलर सिस्टम लगाया गया है, लेकिन बारिश के दिनों में तेज धूप नहीं होने की वजह से यह सिस्टम भी ठप हो जाता है। इसके बावजूद बिजली कंपनी इस मामले पर कोई पहल नहीं कर रहा है।
Video: शाम होते ही इलाके में शुरू हो जाती थी लड़कियों को बुक करने का सिलसिला, जब पहुंची पुलिस तो.. इस वजह से पूरे जिले होती है ब्लैक आउट
बिजली सप्लाई के लिए पूरे जिले में 33, 11 केवी के 26 उपकेंद्र है। इन विद्युत उपकेंद्रों में जगदलपुर स्थित 132, 33 केवी उपकेंद्र से बिजली सप्लाई होती है। इससे शहर में आंधी-तूफान आने पर पूरे जिले में ब्लैक आउट की स्थिति बन जाती है। परचनपाल में 220, 132 व 33 केवी उपकेंद्र का काम चल रहा है। यह उपकेद्र शुरू होने पर बस्तर और बकावंड ब्लॉक में बिजली सप्लाई प्रभावित नहीं होगी।
बिजली सप्लाई के लिए पूरे जिले में 33, 11 केवी के 26 उपकेंद्र है। इन विद्युत उपकेंद्रों में जगदलपुर स्थित 132, 33 केवी उपकेंद्र से बिजली सप्लाई होती है। इससे शहर में आंधी-तूफान आने पर पूरे जिले में ब्लैक आउट की स्थिति बन जाती है। परचनपाल में 220, 132 व 33 केवी उपकेंद्र का काम चल रहा है। यह उपकेद्र शुरू होने पर बस्तर और बकावंड ब्लॉक में बिजली सप्लाई प्रभावित नहीं होगी।
डबल सप्लाई सिस्टम से नगरनार में नहीं बिजली गुल
नगरनार क्षेत्र में एक ही लाइन होने के कारण बिजली गुल (Power cut in CG) की शिकायत सबसे अधिक रहती है। इसके लिए मालगांव स्थित 33, 11 केवी उपकेंद्र को कलचा स्थित 33, 11 केवी उपकेंद्र से जाड़ा जा रहा है। इस क्षेत्र में डबल सप्लाई सिस्टम से बिजली व्यवस्था बाधित नहीं होगी। इसी प्रकार बास्तानार उपकेंद्र को गीदम 33, 11 केवी उपकेंद्र से जोड़ा गया है। इससे जगदलपुर से बिजली आपूर्ति में दिक्कत होने पर गीदम से सप्लाई की जा सकती है। तारागांव उपकेंद्र भी कोडेनार से जोडऩे का काम चल रहा है। इधर विद्युत विभाग में मेंटनेंस के लिए लगाए गए ठेका श्रमिक भी आंदोलन की राह पर हैं। इससे और भी दिक्कत बढ़ सकती है।scam
नगरनार क्षेत्र में एक ही लाइन होने के कारण बिजली गुल (Power cut in CG) की शिकायत सबसे अधिक रहती है। इसके लिए मालगांव स्थित 33, 11 केवी उपकेंद्र को कलचा स्थित 33, 11 केवी उपकेंद्र से जाड़ा जा रहा है। इस क्षेत्र में डबल सप्लाई सिस्टम से बिजली व्यवस्था बाधित नहीं होगी। इसी प्रकार बास्तानार उपकेंद्र को गीदम 33, 11 केवी उपकेंद्र से जोड़ा गया है। इससे जगदलपुर से बिजली आपूर्ति में दिक्कत होने पर गीदम से सप्लाई की जा सकती है। तारागांव उपकेंद्र भी कोडेनार से जोडऩे का काम चल रहा है। इधर विद्युत विभाग में मेंटनेंस के लिए लगाए गए ठेका श्रमिक भी आंदोलन की राह पर हैं। इससे और भी दिक्कत बढ़ सकती है।scam
Scam Exposed by patrika : दो साल में शासन को दिया 66 लाख की चपत, अब खुद को बता रहे बेकसूर दरभा में इस वजह से हो रही बिजली की समस्या
दरभा के नेगानार और कड़मा क्षेत्र में बिजली सप्लाई (electricity supply) तोकापाल उपकेंद्र के दरभा फीडर से हो रही है। इस क्षेत्र में व्यवस्थित विद्युत सप्लाई के लिए लेंड्रा में उपकेंद्र निर्माण पूरा हो चुका है। सिर्फ रेलवे क्रासिंग की अनुमति नहीं मिलने के कारण इस उपकेंद्र से बिजली सप्लाई शुरू नहीं हो पा रहा है। इससे दरभा क्षेत्र मेें आए दिन बिजली बंद (Power cut in CG) की समस्या रहती है।
दरभा के नेगानार और कड़मा क्षेत्र में बिजली सप्लाई (electricity supply) तोकापाल उपकेंद्र के दरभा फीडर से हो रही है। इस क्षेत्र में व्यवस्थित विद्युत सप्लाई के लिए लेंड्रा में उपकेंद्र निर्माण पूरा हो चुका है। सिर्फ रेलवे क्रासिंग की अनुमति नहीं मिलने के कारण इस उपकेंद्र से बिजली सप्लाई शुरू नहीं हो पा रहा है। इससे दरभा क्षेत्र मेें आए दिन बिजली बंद (Power cut in CG) की समस्या रहती है।
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