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होशंगाबाद

जपं की भर्राशाही : जुलाई बीता, सरकारी नर्सरियों से आए 20 हजार पौधों में से एक भी नहीं बांटें

रामपुर फॉर्म हाउस में २५ दिन से सूख रहे पौधे, अनियमितता को छिपाने अधिकारी एक दूसरे पर जवाबदारी डाल रहे

होशंगाबादAug 01, 2018 / 12:12 am

govind chouhan

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जपं की भर्राशाही : जुलाई बीता, सरकारी नर्सरियों से आए 20 हजार पौधों में से एक भी नहीं बांटें

पिपरिया ( शकील नियाजी ). शासन ने पिछले साल के पौधरोपण की दुर्दशा से सबक लेकर इस साल पौधे लगाने के साथ उन्हें सुरक्षित बचाने की कार्ययोजना बनाई है इसमें भी जपं की भर्राशाही कार्यशैली के चलते पलीता लगता नजर आ रहा है। सरकारी नर्सरियों से आए २० हजार पौधों का जुलाई बीतने के बाद भी आज तक वितरण नहीं हो पाया है। इस अनियमितता को छिपाने अधिकारी एक दूसरे पर जवाबदारी डालते नजर आ रहे हैं।
शासन के महत्वपूर्ण पौधरोपण अभियान को सफल बनाने में जनपद पंचायत गंभीर नहीं है। १ जुलाई से पंचायतों से लक्ष्य लेकर पौधरोपण शुरू होना था, लेकिन एक माह बाद भी पौधों का पंचायतों को न तो वितरण हुआ न ही कोई स्टॉक रजिस्टर मेंटेन किया गया है। इस साल बारिश भी रुठी है जिसके चलते पौधरोपण अभियान को लेकर अधिकारी कर्मचारी असमंजस में है। लेकिन बीच में कई बार बारिश हुई उसमें तीस से चालीस फीसदी पौधरोपण हो सकता था, लेकिन लापरवाही के चलते अभियान की सफलता पर सवालिया निशान लग रहे है।

18 हजार 500 पौधों का लक्ष्य पंचायतों ने दिया
जनपद पंचायत सीईओ के अनुसार 52 पंचायतों में से 42 पंचायतों ने करीब 18 हजार 500 पौधों का लक्ष्य दिया है। लेकिन ३० जुलाई तक एक भी पंचायत को पौधों का वितरित ही नहीं हो पाए उन्हें लगाना तो दूर की बात है।
वितरण एक का भी नहीं
जनपद पंचायत ने सरकारी नर्सरियों से करीब २० हजार पौधे क्रय किए। पौधे रामपुर फॉर्म हाउस में २५ दिन से पड़े सूख रहे हैं इनका वितरण तक नहीं किया गया। पौधों की देखभाल के लिए सीइओ का कहना है चार अस्थाई कर्मचारी लगाए हैं लेकिन पौधे वहां सूखे मिले महज एक कर्मचारी महेश कुशवाह मिला उसका कहना था 20 दिन पहले 10 हजार आम, नीबू आदि के पौधे आए थे।

पौधों की सही जानकारी तक नहीं बता पाए अधिकारी
सोमवार को पौधे की दूसरी खेप लेकर पहुंचे ट्रक चालक के पास पौधो की बिल्टी तक नहीं थी कि कितने पौधे आए इसका रिकॉर्ड तक नहीं था। ट्रक चालक और ट्रॉसपोर्टर का कहना था कि कार से जनपद के अधिकारी गए थे उन्होंने ने ही खकरापुर नर्सरी केसला से पौधे लोड कराए है। कितने पौधे आए कितने १ जुलाई से ३० जुलाई तक लगे इसका रिकॉर्ड भी एई और सीईओ नहीं बता पाए।
इनका कहना है…
अगस्त माह तक पौधरोपण चलेगा। पौधे आ चुके हैं कहां वितरित हुए इसकी सूची नहीं मिली है। उद्यानिकी और वानिकी विभाग के अनुबंध पर सरकारी नर्सरी से पौधे बुलाए गए हैं।
एचपी बिल्थरे, एई, पौधरोपण प्रभारी
ब्लॉक की 42 पंचायतों से 18 हजार 500 पौधे लगाने का लक्ष्य मिला है। पौधे दो नर्सरी से आ चुके है अभी वितरण नहीं हुआ है चार अस्थाई कर्मचारी देखरेख के लिए लगाए हैं।
सीपी सोनी, सीईओ

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