जानकारी के मुताबिक ग्रामीण ट्रैक्टर ट्रॉली से भागवत कथा सुनने अमोदा के बंदरोहा जा रहे थे। इसी दौरान सांकल घाट स्थित गुरु गुफा के पास ट्रैक्टर सुनने के लिये ग्रामीण टै्रक्टर ट्रॉली में बैठकर अमोदा से बंदरोहा जा रहे थे। इसी दौरान सांकल घाट के नजदीक गुुरुगुफा के पास यह दुर्घटना घटित हुई। बताया जा रहा है कि ट्रैक्टर का गियर नहीं लगने से वह अनियंत्रित होकर पलट गया।
गौरतलब हो कि घटना स्थल जिला मुख्यालय और जबलपुर रोड से काफी अंदर होने के कारण घायलों तक मदद कुछ देर से पहुंची। परंतु सूचना मिलते ही नरसिंहपुर, करेली और सुआतला की 108 एम्बुलेंस समेत डॉयल 100 और थाना प्रभारी की गाड़ी से घायलों को अस्पताल तक लाया गया। मामूली रूप से घायल लोगों का मौके पर ही उपचार कर उन्हें घर रवाना कर दिया गया।
ये हुए घायल
जिला अस्पताल से मिली जानकारी के मुताबिक सभी घायल अमोदा गांव के निवासी हैं। इनमें सावित्री पिता झलकन मलाह (16), हल्कीबाई पति जयराम मलाह (७०), गेंदाबाई पति रोशन मलाह (४२), सुम्मीबाई पति टीकाराम मलाह (60), आरती पिता श्रीराम (14), मोगाबाई पिता पंचम (10), तूफान पिता टीकाराम (30), बुद्धिबाई पति रेवाराम (40), निकिता पिता संतराम (16), सविता पिता तारापत (10), सुरेन्द्र पिता धन्नू ठाकुर (21), कल्पना पिता महेशनाथ (18), रविना पति पंचम मलाह (30), प्रीति पिता महेशनाथ (18), जयंती पिता टीकाराम यादव (45), नीतेश पिता पंचम (61), नीरज पिता रेवाराम (७), चंदो पिता रेवाराम मलाह (5), सुरेन्द्र पिता तेजराम ठाकुर (10 ) व अरूण पिता गनेश मलाह (7) शामिल हैं।
तीन दिनों में दूसरी घटना
महज तीन दिनो के अंदर ही क्षेत्र में यह दूसरी बड़ी सड़क दुर्घटना सामने आई है। 6 जनवरी को हुई कठौतिया के पास बस पलटने से अनेक लोग घायल हुये थे। ताजी सड़क दुर्घटना में घटना स्थल का मंजर बेहद दर्दनाक था। मदद के इंतजार में लहू-लुहान बच्चों को सीने से लगाकर उनकी मातायें मदद के लिये पुकार रहीं थी।