विधायक जालमसिंह पटेल के पुत्र मोनू पटेल गोटेगांव में अपने घर में मृत पाए गए थे। रविवार को वे जब देर शाम तक अपने कमरे से बाहर नहीं निकले तो परिजन आशंकित हो उठे। दरवाजा खटखटाने पर नहीं खुला तो उसे तोड़कर परिजन अंदर गए। मोनू की सांसें थम चुकी थीं। उसे अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
4 विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम ने पोस्टमार्टम किया- मोनू पटेल महज 34 साल के थे। विधायक के जवान बेटे की मौत की सूचना पाकर उनके सैंकड़ों समर्थक रात में ही अस्पताल परिसर और घर में एकत्रित हो गए थे। सुबह गोटेगांव में मोनू के शव का पोस्टमार्टम किया गया। 4 विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम ने पोस्टमार्टम किया। विसरा जांच के लिए सागर भेजा जाएगा।
इधर भतीजे की मौत की खबर सुनकर केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल भी सोमवार सुबह गोटेगांव आ गए। वे कर्नाटक चुनाव में व्यस्त थे। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल हेलिकाप्टर से श्रीधाम हेलीपेड पर उतरे और यहां से कार से अपने निवास पर पहुंचे। युवा भतीजे का शव देख मंत्री प्रहलाद पटेल भावुक हो उठे। बाद में मोनू पटेल का अंतिम संस्कार किया गया। मंत्री प्रहलाद पटेल के बेटे प्रबल पटेल ने भाई मोनू को मुखाग्नि दी। इस मौके पर हजारों लोग मौजूद थे।