पंजीयन का आंकड़ा पहुुचा 36 हजार पर, अभी भी लग रही कतारें
नरसिंहपुर। खरीफ 2018 में बोई जाने वाली फसल धान, ज्वार, बाजरा, सोयाबीन, अरहर, उड़द, मूंग एवं मक्का के लिए पंजीयन फसलवार किया जा रहा है। अभी तक 35 हजार 634 किसानों का पंजीयन के बावजूद अभी भी किसानों की कतारें पंजीयन केन्दों पर लग रही है। आज पंजीयन कराने की अंतिम तिथि है और किसान पंजीयन कराने के लिए परेशान हो रहे हैं।
Running problem of server down, today’s final day of registration
नरसिंहपुर। खरीफ 2018 में बोई जाने वाली फसल धान, ज्वार, बाजरा, सोयाबीन, अरहर, उड़द, मूंग एवं मक्का के लिए पंजीयन फसलवार किया जा रहा है। अभी तक 35 हजार 634 किसानों का पंजीयन विभिन्न फसलों के समर्थन मूल्य पर विक्रय के लिए किया जा चुका है। इसके बावजूद अभी भी किसानों की कतारें पंजीयन केन्दों पर लग रही है। आज पंजीयन कराने की अंतिम तिथि है और किसान पंजीयन कराने के लिए परेशान हो रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि पंजीयन के लिए पोर्टल 10 अगस्त से खोले जाना थे, लेकिन पहले दिन से ही अव्यवस्थाओं के चलते पंजीयन का कार्य 3 दिन बाद शुरू हो पाया था। समितियों के सूत्र बताते है कि पोर्टल पर हमेशा ही यह परेशानी रही है, ऐसे में इस तरीके से पंजीयन करना कठिन रहता है। शुरूआती दौर में आई परेशानियों के निराकरण के लिए बार-बार पोर्टल में सुधार भी हुए और बीते एक माह के दौरान सर्वर डाउन रहने की समस्या के चलते किसान व समितियों के कर्मचारी परेशान होते रहे।
पंजीयन के लिए जारी किए गए निर्देशों में सुबह 10 से 5 बजे तक ही पोर्टल खुले रहने की वजह से भी बिलंब हुआ है। इस दौरान सर्वर डाउन होने की वजह से किसान दो-तीन दिन तक चक्कर काटता और परेशान होता रहा। समितियों के सूत्रों का कहना है कि बीते सालों में केवल धान की ही समर्थन मूल्य पर खरीदी होती रही है। बीते सालों में पंजीयन कराने वाले किसानों का आकड़ा 18 हजार रहा, इस बार हुई अप्रत्याशित बढ़ोत्तरी को समिति के सूत्र अन्य जिन्सों को जोडऩे के कारण संख्या बढऩे की बात कह रहे हंैं। वृहताकार सहकारी समिति के कार्यालय में गुरूवार को भी किसानों की भीड़ लगी रही।
इनका कहना है
बीते सप्ताह में दो दिन जरूर सर्वर की परेशानी सामने आई थी, जिसे भोपाल स्तर पर सूचना दी गई और सुधार हो गया है। अब लगातार पंजीयन हो रहे हैं, अभी तक जिले में लगभग 36 हजार किसानों का विभिन्न जिन्सों के विक्रय के लिए पंजीयन किया जा चुका है।
आरसी मीणा
जिला आपूति अधिकारी नरसिंहपुर।