बीकानेर , राजस्थान के नाम से मध्य प्रदेश के हर जिला मुख्यालय और उनके शहरों में मिष्ठान केंद्र मिल जाएंगे। संपूर्ण मध्यप्रदेश में ऐसा कोई जिला नहीं जहां राजस्थान या बीकानेर के नाम से राजस्थानी हलवाई की कोई मिठाई की दुकान न हो । नरसिंहपुर जिले के हर प्रमुख शहर में इनका एक मिष्ठान भंडार देखने को मिलता है केवल नरसिंहपुर मुख्यालय पर ही इनके दो मिष्ठान केंद्र हैं जबकि करेली, गाडरवारा, गोटेगांव, तेंदूखेड़ा जैसी जगहों पर भी इन्होंने अपना कारोबार जमा रखा है।
राजस्थान के इन हलवाइयों ने यहां की परंपरागत मिठाइयों के अलावा अपनी कुछ खास मिठाइयां पेश की जिनमें डोडा बर्फी, अंजीर बर्फी आदि ने मिष्ठान बाजार में अपनी जगह बनाई। नरसिंहपुर में बीकानेर मिष्ठान भंडार के नाम से अपना दुकान चलाने वाले हरी सिंह राजपुरोहित ने बताया कि राजस्थान से यहां आकर मिठाई की दुकान चलाने वाले ज्यादातर हलवाई राजपुरोहित हंै। वे अपने व्यवसाय की सफलता के पीछे राजस्थान के आसोतरा में स्थित ब्रह्मा के मंदिर के महान संत खेतेश्वर महाराज की कृपा मानते हैं । उनका कहना है कि खेतेश्वर महाराज ने यह वरदान दिया था कि भट्ठी और कढ़ाही लेकर कहीं भी बैठ जाओ भूखे नहीं रहोगे।
इसी वरदान स्वरूप वे तरक्की कर रहे हंै। वे यहां दुकान, मकान सब कुछ किराए से लेकर अपना व्यवसाय करते हैं और तरक्की करते हैं। मीठी वाणी और दुकान में सफाई और स्वच्छता उनके व्यवसाय के मूल मंत्र हैं ।
—————————————-
इसी वरदान स्वरूप वे तरक्की कर रहे हंै। वे यहां दुकान, मकान सब कुछ किराए से लेकर अपना व्यवसाय करते हैं और तरक्की करते हैं। मीठी वाणी और दुकान में सफाई और स्वच्छता उनके व्यवसाय के मूल मंत्र हैं ।
—————————————-