रुस-यूक्रेन युद्ध के रद्द करना पड़ा था आयोजन
इससे पहले यह डिफेंस एक्सपो 10 से 14 मार्च के बीच आयोजित होने वाला था। इसमें शामिल होने के लिए देश-विदेश की 1 हजार से अधिक कंपनियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, लेकिन रुस-यूक्रेन युद्ध के चलते कई बड़ी विदेशी कंपनियों ने लॉजिस्टिक से जुड़ी दिक्कतों के बारे में बताया था। इसी कारण से रक्षा मंत्रालय ने मार्च में आयोजित होने वाले डिफेंस एक्सपो को स्थगित कर दिया था, जिसके बाद अब इसका आयोजन 18 से 22 अक्टूबर तक होने जा रहा है।
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5 दिवसीय कार्यक्रम में तीन व्यावसायिक व दो सार्वजनिक दिन
रक्षा मंत्रालय के अनुसार यह 5 दिवसीय कार्यक्रम के पहले तीन दिन व्यावसायिक दिन होंगे और उसके बाद आगे के दो दिन सार्वजनिक दिन होंगे, जिसमें सभी लोगों के आने की अनुमति होगी। यह एक्सपो हेलीपैड प्रदर्शनी केंद्र के एक लाख वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्र में आयोजित किया जाएगा, जिसमें तीन अलग-अलग स्थल होंगे।
भारत का सबसे बड़ा डिफेंस एक्सपो
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हाल के कुछ सालों में भारतीय कंपनियों को डिफेंस से जुड़े कई ऑर्डर मिले हैं। ऐसे में भारत एक उभरता हुआ रक्षा विनिर्माण केंद्र के रूप में सफलतापूर्वक स्थापित हुआ है। वहीं अब गुजरात के गांधीनगर में भारत के सबसे बड़ा डिफेंस एक्सपो का आयोजन होने जा रहा है, जिसके लिए रक्षा उद्योग से जुड़े लोगों के बीच काफी उत्सुकता है।
आजादी का अमृत महोसव
रक्षा मंत्रालय के द्वारा जारी आदेश में बताया गया है कि भारत ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मना रहा है, जिसमें डिफेंस एक्सपो 2022 ‘पथ टू प्राइड’ के साथ राष्ट्रवादी गौरव का आह्वान करता है। यह एक्सपो स्वदेशी रक्षा उद्योग को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करेगा।