पीसी में सैन्य मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने सवाल उठाते हुए कहा कि हर साल लगभग 17,600 लोग तीनों सेवाओं से समय से पहले रिटायरमेंट ले रहे हैं। किसी ने कभी उनसे यह पूछने की कोशिश नहीं की कि वे रिटायरमेंट के बाद क्या करेंगे। बता दें कि अग्निपथ स्कीम को लेकर यह सवाल उठाया जा रहा है कि चार साल के बाद वो क्या करेंगे।
This reform was long pending. We want to bring youthfulness and experience with this reform. Today, a large number of jawan are in their 30s& officers are getting command much later than in the past: Additional Secy Lt Gen Anil Puri, Dept of Military Affairs on #Agnipath scheme pic.twitter.com/b97hBCg0K2
— ANI (@ANI) June 19, 2022
बोले अफसर- सेना में यह रिफॉर्म बहुत पहले होना चाहिए था-
तीनों सेनाओं की इस पीसी में कहा गया कि हमें सेना में यूथफुल प्रोफाइल चाहिए। आप सब जानते है कि 2030 में हमारे देश में 50 फीसदी लोग 25 साल की उम्र से कम होंगे। क्या ये अच्छा लगता है कि देश की सेना जो रक्षा कर रही है वो 32 साल की हो। हमारी कोशिश है कि हमारी सेना यंग हो। पीसी में बताया गया कि सेना में यह रिफॉर्म बहुत पहले हो जाना चाहिए था।
अभी सेना की औसत उम्र 32, उसे 26 पर लाने की कोशिश-
पीसी में बताया गया कि 1989 से यह काम शुरू हुआ। इस बारे में कई लोगों से बातचीत की गई, बाहरी देशों की भी स्टडी की गई। सभी देशों में देखा गया कि उम्र 26, 27 और 28 साल थी। भर्ती होने के तीन से चार तरीके हैं। अभी हमारी सेना की औसत उम्र 32 साल है जिसे हम 26 पर लाने की कोशिश कर रहे हैं। लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने बताया कि 'अग्निवर' को सियाचिन और अन्य क्षेत्रों जैसे क्षेत्रों में वही भत्ता और सुविधाएं मिलेंगी जो वर्तमान में नियमित सैनिकों पर लागू होती है।
From November 21 this year, the first naval 'Agniveers' will start reaching the training establishment INS Chilka, Odisha. Both female and male Agniveers are allowed for this: Vice Admiral Dinesh Tripathi on #Agnipath scheme pic.twitter.com/P19NP3AReT
— ANI (@ANI) June 19, 2022
देश सेवा में बलिदान पर अग्निवीरों को एक करोड़ का मुआवजा-
अनिल पुरी ने आगे बताया कि अग्निवीरों के साथ सेवा शर्तों में कोई भेदभाव नहीं होगा। देश की सेवा में बलिदान देने वाले अग्निवीरों को एक करोड़ रुपये का मुआवजा मिलेगा। इसी पीसी में नेवी के वाइस एडमिरल डी.के त्रिपाठी ने कहा कि हमने अपनी भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है। 25 जून तक हमारा एडवरटाइजमेंट सूचना और प्रसारण मंत्रालय में पहुंच जाएगा। एक महीने के अंदर भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। 21 नवंबर को हमारे पहले अग्निवीर हमारे ट्रेनिंग संस्थान में रिपोर्ट करेंगे।
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नेवी में 21 नवंबर से शुरू होगी पहले बैच की ट्रेनिंग-
वाइस एडमिरल डीके त्रिपाठी ने आगे बताया कि नौसेना में हम महिला अग्निवीर भी ले रहे हैं। उसके लिए हमारी ट्रेनिंग में जो संशोधन करना है उसके लिए काम शुरू हो चुका है। हमें 21 नवंबर का इंतजार है, मुझे आशा है कि महिला और पुरुष अग्निवीर आईएनएस चिल्का पर रिपोर्ट करेंगे।
विरोध और तोड़फोड़ में शामिल युवाओं को दी चेतावनी-
पीसी के दौरान अरुण पुरी ने विरोध कर रहे युवाओं को चेतावनी देते हुए कहा कि हमारे साथ जो अग्निवीर में जुड़ना चाहता है वो प्रतिज्ञा लेगा कि उसने किसी प्रदर्शन या तोड़फोड़ में हिस्सा नहीं लिया। फौज में पुलिस वेरिफिकेशन के बिना कोई नहीं आ सकता। इसलिए प्रदर्शन कर रहे छात्रों से अनुरोध है कि अपना समय खराब न करें।
By December first week, we will get the first batch of 25,000 'Agniveers' and the second batch would be inducted around February 2023 making it 40,000: Lt Gen Bansi Ponappa on #Agnipath scheme pic.twitter.com/bgMwVtnQZE
— ANI (@ANI) June 19, 2022
वायुसेना में 30 दिसंबर को अग्निवीरों के पहले बैच की ट्रेनिंग-
वायुसेना की ओर से इस पीसी में शामिल हो रहे एयर मार्शल एसके झा ने बताया कि भारतीय वायुसेना में 24 जून से अग्निवीरों के पहले बैच को लेने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। यह एक ऑनलाइन सिस्टम है। उसी के तहत उसपर रजिस्ट्रेशन शुरू होगा। एक महीने बाद 24 जुलाई से फैज-1 ऑनलाइन परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी। दिसंबर के अंत तक अग्नवीर के पहले बैच को वायुसेना में शामिल कर लेंगे। 30 दिसंबर से पहले बैच की ट्रेनिंग शुरू हो जाएगी।