इसके बाद से ही जुबैर पर पुलिस का शिकंज कसता जा रहा है। इस बीच डीसीपी साइबर क्राइम केपीएस मल्होत्रा ने दावा किया कि हमें जुबैर के खाते से 50 लाख रुपए से ज्यादा का ट्रांजक्शन मिला है। ये लेनदेन बीते तीन महीनों में हुआ है।
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डीसीपी का कहना है कि जुबैर के खाते हुए 50 लाख रुपए के लेन देन का ये पैसे कहां से आया है, फिलहाल इस का सोर्स नहीं मिला है। यही वजह है कि पुलिस अब इन सुरागों को खंगालने में जुटी है। हो सकता है ये पैसे कुछ संदिग्ध संगठनों से लिए गए हों।
एक तरफ पुलिस ने जुबैर पर बड़ा आरोप लगाया है तो वहीं दूसरी तरफ जुबैर के वकील का भी इस मामले में जवाब सामने आया है। उन्होंने पुलिस के दावे का खंडन किया है।
ट्वीट पर पुलिस का बयान
इसके साथ ही पुलिस ने 2018 के ट्वीट को लेकर कहा कि हम ये बात अच्छी तरह जानते हैं कि उन्होंने जो ट्वीट किया था वह एक फिल्म से लिया गया था, लेकिन उस ट्वीट का मकसद अशांति पैदा करना था।
हम इस मामले की भी जांच की जा रही है। हालांकि जुबैर ने इस मामले में हुई पूछताछ में सहयोग नहीं किया। यही वजह है कि कोर्ट ने हमें रिमांड सौंपी।
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