किरीट सोमैया ने पोस्ट किए वीडियो में कहा, “अनिल परब पर ईडी की कार्रवाई प्रारंभ हो चुकी है। अनिल देशमुख जेल में हैं, नवाब मलिक जेल में हैं और अब अनिल परब को अपना बोरिया बिस्तर बांध कर तैयारी शुरू कर देनी चाहिए।”
इससे पहले अपने एक ट्वीट में सोमैया ने लिखा था, “बेनामी, मनी लॉन्ड्रिंग, शेल कंपनियों, MOEF के लिए ठाकरे सरकार के घोटालेबाजों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की अपेक्षा अनिल परब, यशवंत जाधव, हसन मुशरिफ। कंपनी मंत्रालय, आयकर, Envt मंत्रालय, ईडी, फेमा उल्लंघन। जाधव के दुबई कनेक्शन की जांच कर रहा ईडी।”
इसके बाद सोमैया ने जानकारी दी कि वो आज मीडिया से भी इस बारे में बातचीत करेंगे।
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क्या है मामला?सोमैया ने कहा कि वो काफी समय से कई मुद्दों को उठा रहे हैं जिसकी जांच एजेंसी द्वारा होनी चाहिए। ईडी का एक्शन दापोली में वर्ष 2017 में परब द्वारा 1 करोड़ रूपये में जमीन के एक पार्सल की खरीद के आरोपों से संबंधित है जिसे वर्ष 2019 में पंजीकृत किया गया था।
अनिल परब पर आरोप है कि बाद में ये जमीन मुंबई के एक केबल ऑपरेटर सदानंद कदम को 2020 में 1.10 करोड़ रुपये में बेच दिया गया था। इसी बीच वर्ष 2017 से 2020 के दैरान इसी जमीन पर साई रिज़ॉर्ट एनएक्स बनाया गया था।
आयकर विभाग ने इससे पहले आरोप लगाया था कि रिज़ॉर्ट को बनाने में करीब 6 करोड़ रूपये खर्च किया गया था। इसी संबंध में परब से जुड़े कुछ लोगों के यहां भी आयकर विभाग ने छापेमारी की थी। वहीं, किरीट सोमैया ने आरोप लगाया था कि रिज़ॉर्ट का निर्माण कॉस्टल रेगुलेटरी जोन के अंतर्गत आने वाले इस क्षेत्र में अवैध रूप से किया गया था।
सोमैया ने इसकी शिकायत केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय से की थी जिसके बाद भारत सरकार ने 31 जनवरी 2022 को दापोली रत्नगिरी में स्थित इस रिज़ॉर्ट को ध्वस्त करने का आदेश दिया था। हालांकि अभी तक इस रिज़ॉर्ट को आदेश के 90 दिनों बाद भी तोड़ा नहीं गया है।