कांग्रेस ने देश में प्रमुख मुद्दों पर केवल एक अवरोधक की भूमिका निभाई
हार्दिक पटेल ने 2015 में अपने पाटीदार समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन का नेतृत्व किया था, जिसमें उन्होंने भाजपा की कड़ी आलोचना की थी। इस आंदोलन में हिंसा फैलाने को लेकर हार्दिक पटेल के ऊपर कई मामले दर्ज किए गए थे, जिन्हें भाजपा ने हाल ही में वापस लिया है। वहीं हार्दिक पटेल ने कांग्रेस छोड़ने से पहले पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी को एक तीखा पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि कांग्रेस ने देश में प्रमुख मुद्दों पर केवल एक अवरोधक की भूमिका निभाई है।
हार्दिक पटेल आज भाजपा में होंगे शामिल
कांग्रेस ने पाटीदार समाज के आंदोलन का उठाया फायदा
कांग्रेस छोड़ने से पहले हार्दिक ने यह दावा किया था कि कांग्रेस पार्टी ने 2015 के स्थानीय चुनाव और 2017 के विधानसभा चुनाव में पाटीदार समाज के आंदोलन का फायदा उठाया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस के ही बहुत से लोगों का यह मानना है कि पार्टी ने 2019 के चुनाव में हार्दिक पटेल का सही इस्तेमाल नहीं कर पाई। इस कारण से शायद कुछ लोग अपनी तरक्की में मुझे बाधा मान रहे हैं।
कांग्रेस को हिंदुओ से इतनी नफरत क्यों?
कांग्रेस छोड़ने के बाद हार्दिक पटेल ने 24 मई को ट्वीट करके कांग्रेस पर निशाना साधा और लिखा मैंने पहले भी कहा था की कांग्रेस पार्टी जनता की भावनाओं को ठेस पहुँचाने का काम करती है। हमेशा हिंदू धर्म की आस्था को नुकसान पहुंचाने का प्रयास करती है। आज पूर्व केन्द्रीय मंत्री और गुजरात कांग्रेस के नेता ने बयान दिया की राम मंदिर की ईंटों पर कुत्ते पेशाब करते हैं! मैं कांग्रेस और उसके नेताओं से पूछना चाहता हूं की आपको भगवान श्री राम से क्या दुश्मनी है ? हिंदुओ से क्यों इतनी नफरत ? सदियों बाद अयोध्या में भगवान राम का मंदिर भी बन रहा है फिर भी कांग्रेस के नेता भगवान श्री राम के खिलाफ अनाप-शनाप बयान देते रहते हैं।