मंत्री ने दिया इस्तीफा
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की याचिका खारिज होने के एक दिन बाद ही उनकी सरकार को एक और बड़ा झटका लगा है। बुधवार को दिल्ली सरकार के मंत्री राजकुमार आनंद ने पार्टी और केजरीवाल सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि पूरी पार्टी करप्शन के दलदल में फंस चुकी है। जाटव समुदाय से आने वाले राजकुमार आनंद ने कहा कि मैं सरकार और मंत्री पद से इस्तीफा दे रहा हूं क्योंकि मैं इस भ्रष्ट आचरण में अपना नाम नहीं जुड़वाना चाहता।
राजकुमार आनंद का आम आदमी पार्टी से इस्तीफा बड़ा झटका माना जा रहा है। वह पटेल नगर से विधायक हैं। विधानसभा के चुनाव के दौरान उन्हें 61 प्रतिशत मत प्राप्त हुए थे। राजकुमार आनंद ने दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि वह नहीं समझते कि अब हमारे (दिल्ली सरकार) पास शासन करने की कोई नैतिक शक्ति बची है।
उन्होंने कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर ने ‘पे बैक टू सोसाइटी’ का जीवन मंत्र दिया था। उसी की वजह से मैं व्यापारी होते हुए भी एनजीओ में आया, एमएलए बना, जनप्रतिनिधि बना और मंत्री बना। उन्होंने कहा कि मैं समाज के लिए काम करने के लिए अरविंद केजरीवाल और दिल्ली सरकार के साथ जुड़ा था। दिल्ली सरकार बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के आदर्शों पर चलने की बात करती है। उनकी तस्वीरें विभिन्न कार्यालय में हैं। लेकिन, बाबा साहेब के बताए रास्ते पर नहीं चलते।