इस बीच भारतवासियों के लिए एक बुरी खबर यह सामने आई है कि भारत में भी ओमिक्रोन बीए.4 ने दस्तक दे दी है। हालांकि राहत की बात यह है कि जिस मरीज में इस बीमारी की पुष्टि हुई वो अब भारत छोड़ चुका है। दरअसल ओमिक्रोन बीए.4 का पहला मरीज भारत में हैदराबाद के एक मरीज में मिला। उक्त शख्स अफ्रीका से यहां आया था। एयरपोर्ट पर लिए गए सैंपल की जांच रिपोर्ट अब आई है, जिसमें ओमिक्रोन की पुष्टि हुई है। हालांकि वह मरीज 16 मई को वापस अफ्रीका लौट चुका है।
हैदराबाद स्वास्थ्य प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार 9 मई को हैदराबाद आए एक व्यक्ति की जांच रिपोर्ट में ओमिक्रोन बीए.4 की पुष्टि हुई। लेकिन वह मरीज 16 मई को वापस लौट गया। हालांकि ओमिक्रोन बीए.4 की पुष्टि के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उस मरीज के परिजनों का सैंपल जमाकर उनका भी जांच करा रहे हैं। दूसरी ओर परिजनों का कहना है कि उनमें या अफ्रीका से आए उनके पारिवारिक सदस्य में कोरोना जैसा कोई लक्षण नहीं था। लेकिन फिर भी ऐहतियात जांच कराई जा रही है।
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भारत को इस वैरिएंट से कितना खतरा
बताते चले कि ओमिक्रोन का ये वैरिएंट बेहद खतरनाक माना जाता है। यह इम्युनिटी को कमजोर कर देता है। अफ्रीका में तबाही के पीछे इसी वैरिएंट का हाथ बताया जाता है। भारतीय वैज्ञानिकों का कहना है कि भारत में एक बड़ी आबादी ने टीके लगवा लिए हैं और उनमें एंटी बॉडी भी बन चुकी हैं। अब लोगों का शरीर कोरोना से लड़ने में सक्षम हो चुका है। ऐसे में अब इस वैरिएंट से कोई घबराने की जरूरत नहीं है।