यह भी पढ़ें – कोरोना की रफ्तार ने बढ़ाई चिंता, AIIMS दो प्राइवेट वार्ड रिजर्व, स्कूलों में परीक्षा से पहले लागू किए कोविड दिशानिर्देश ICMR की रिसर्च के बाद बढ़ी संभावना
ICMR की हालिया रिपोर्ट में ये पता चला था कि प्रारंभिक टीकाकरण से करीब छह महीने बाद एंटीबॉडी का स्तर कम होने लगता है। ऐसे में आईसीएमआर ने जल्द बूस्टर डोज लगवाने की सलाह दी थी। दरअसल बूस्टर खुराक देने से प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है, यही वजह है कि जांच के आधार पर अब वैक्सीनेशन की दूसरी डोज और बूस्टर डोज के बीच का अंतर 9 महीने से घटा कर 6 महीने करने की पूरी संभावना है।
कोरोना से जंग के बीच वैक्सीन के दूसरे डोज और बूस्टर डोज के बीच की अवधि कम करने को लेकर एक्सपर्ट भी सही मानते हैं। दिल्ली के LNJP अस्पताल के एमडी डॉ सुरेश कुमार के मुताबिक कोरोना वैक्सीन की एहतियाती खुराक यानी बूस्टर डोज शरीर के इम्यूनिटी को बढ़ावा देने में मददगार होगी।
देश में कोरोना का हाल
बीते 24 घंटों में कोरोना के 3303 मामले सामने आए हैं और 39 मरीजों की मौत हुई है। हालांकि, इस दौरान 2,563 लोग डिस्चार्ज भी हुए। देश में सक्रिय मरीजों की संख्या भी बढ़कर 16,980 हो गई जो कि आने वाले समय के लिए खतरे की घंटी है। महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक कुल 5,23,693 लोगों की मौत हुई है।
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