चहुंओर मिली सराहन
योगीराज ने बताया कि कला की सराहना के साथ आलोचना भी होती है। 70 फीसदी को आपका काम पसंद आता है तो 30 फीसदी को नहीं आता, लेकिन रामलला की मूर्ति बनाने के दौरान ऐसा कुछ नहीं हुआ। मुझे 100 फीसदी लोगों से प्यार और सराहना मिली।योगीराज ने बताया, मूर्ति बनाने के दौरान कम तेल और मसाले वाला भोजन बनाया जाता था। हम सात्विक भोजन करते हैं। परिवार का भरपूर सहयोग मिला। जब बेटा चलना सीख रहा था, मैं उसके पास नहीं था। वीडियो कॉल से ही बच्चे को पहली बार चलते देखा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कर्नाटक के मैसूरु में चुनावी सभा के दौरान मूर्तिकार अरुण योगीराज से मुलाकात की। योगीराज के अभिवादन का प्रधानमंत्री ने उसी अंदाज में जवाब दिया। योगीराज मैसूरु के रहने वाले हैं।