स्वदेशी मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम ‘भरोस’ के जन्म पर केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि, इस सफर में मुश्किलें आएंगी और दुनियाभर में ऐसे कई लोग हैं जो मुश्किलें लेकर आएंगे और नहीं चाहेंगे कि ऐसा कोई सिस्टम सफल हो। हमें बहुत सावधानी और लगातार प्रयत्न से इसे सफल बनाने की ओर काम करना है।
केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस अवसर पर भरोस के नाम को लेकर एक सलाह देते हुए कहाकि, नाम का बहुत ही बड़ा महत्व होता है। तो मेरी एक सलाह है कि, अगर ‘भरोस’ में एक छोटा ‘a’ और जोड़ दें तो यह ‘भरोसा’ हो जाएगा। मेरे अनुसार यह ज्यादा सटीक होगा।
BharOS, एक स्वदेशी मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम है। इस मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम को IIT Madras के इनक्यूबेटेड फर्म ने विकसित किया है। इस ओएस को लेकर भारत के 100 करोड़ मोबाइल फोन यूजर्स को लाभ पहुंचाने का दावा किया जा रहा है। इस ओएस की खास बात यह है कि, यह हाईटेक सिक्योरिटी और प्राइवेसी के साथ आता है। यानी इस मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम में यूजर्स को उनकी जरूरतों के अनुरूप ऐप चुनने और उपयोग करने के लिए अधिक स्वतंत्रता, नियंत्रण और लचीलापन मिलता है। BharOS को कमर्शियल ऑफ-द-शेल्फ डिवाइस पर इंस्टॉल किया जा सकता है।
भरोस नो डिफॉल्ट ऐप्स के साथ आता है। इसका मतलब है कि, यूजर्स को उन ऐप्स का उपयोग करने के लिए मजबूर नहीं किया जाता, जिनसे वे परिचित नहीं है या जिन्हें वे सिक्योरिटी के लिहाज से सुरक्षित नहीं मानते हैं। अगर कहा जाए तो इस ऑपरेटिंग सिस्टम में यूजर्स का कंट्रोल अधिक होता है।
BharOS विश्वसनीय ऐप्स को ही एक्सेस देता है। मतलब, यूजर्स आश्वस्त हो सकते हैं कि वे अपने डिवाइस में जो ऐप इंस्टॉल कर रहे हैं वे उपयोग करने के लिए सुरक्षित हैं।