BJP इसे अपने राज्यों में लागू नहीं कर पा रही। केंद्र की BJP सरकार अरविंद केजरीवाल की सरकार के जनहितकारी कामों में अड़ंगे लगा रही है। हमारे नेताओं को गिरफ्तार कर रही है। इसके बाद अब केंद्र सरकार दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाना चाहती है।”
बता दें कि विश्वास प्रस्ताव सरकार द्वारा पेश की जाती है। इसे पास करने के बाद अविश्वास प्रस्ताव विपक्ष द्वारा 6 महीने के अंतराल पर ही लाया जा सकता है। फरवरी महीने में ही केजरीवाल सरकार ने विश्वास प्रस्ताव पास कर लिया था।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने आरोपों का जवाब देते हुए कहा, “अरविंद केजरीवाल को दिल्ली हाई कोर्ट से फटकार लगने के बाद और आतिशी को मानहानि नोटिस मिलने का प्रभाव आप नेताओं के चेहरे पर और उनके बयान में देखा जा सकता हैं। आम आदमी पार्टी 60 से ज्यादा विधायकों वाली पार्टी है जिसे पर्याप्त बहुमत प्राप्त है। आतिशी काल्पनिक कहानियां गढ़ने में माहिर क्यों हैं? उन्होंने कहा, आप को इस बात का डर है कि कहीं 60 से ज्यादा विधायक उनका साथ न छोड़ दें, लेकिन ये उनका डर है, बीजेपी का इससे कोई लेना-देना नहीं है।”