दरअसल, AIR India में जॉब देने के अभियान का 2 nd फेज शनिवार को आयोजित किया गया था। कहा जा रहा है कि इसके लिए Indigo के अधिकांश कर्मचारी दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद और बेंगलुरु जैसे महानगरों में टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयरलाइन कंपनी AIR India में इंटरव्यू के लिए गए थे। इसका सीधा असर इंडिगो के दैनिक उड़ानों पर पड़ा, कुछ उड़ानों को रद्द तक करना पड़ा। DGCA के प्रमुख अरुण कुमार ने रविवार को कहा कि इस मामले पर संज्ञान लिया गया है।
इंडिगो की 55 फीसदी उड़ानों पर पड़ा प्रभाव
मिनिस्ट्री ऑफ सिविल एविएशन की वेबसाइट के मुताबिक, IndiGo की 45.2 फीसदी घरेलू उड़ानें ही शनिवार को समय पर संचालित हुईं। इंडिगो की तुलना में Air India (77.1%), स्पाइसजेट (80.4%), विस्तारा (86.3%), गो फर्स्ट (88%) और एयरएशिया (98.3%) की अधिकांश उड़ानें समय पर संचालित हुईं।
अब एयर एशिया शुरू करेगा कानपुर से घरेलू और कनेक्टिंग फ्लाइटें
IndiGo के कर्मचारियों में नाराजगी क्यों?इंडिगो पर सबसे अधिक प्रभाव इसलिए भी देखने को मिला क्योंकि इसके कर्मचारी कंपनी से नाराज चल रहे हैं। गौरतलब है कि पिछले कुछ महीनों में इंडिगो के कर्मचारियों में काफी असंतोष पैदा हुआ है जिसके पीछे बड़ी वजह कोरोना के कारण सैलरी में की गई कटौती है। सैलरी में की गई कटौती का कर्मचारियों ने विरोध करने की योजना भी बनाई थी। इसकी भनक लगते ही IndiGo ने 4 अप्रैल को कुछ पायलट सस्पेंड कर दिए थे। इसके बाद 8 अप्रैल को इंडिगो के सीईओ रोंजॉय दत्ता ने स्पष्ट कर दिया कि सैलरी अभी बढ़ाना कठिन है।