प्रवीण नेत्तारू की हत्या के पीछे उदयपुर के कन्हैया लाल मर्डर केस के मामले में एक सोशल मीडिया पोस्ट किए जाने को बताया जा गया था। साथ ही जैसे-जैसे इस मामले की जांच आगे बढ़ी वैसे-वैसे इस हत्या के पीछे इस्लामिक संगठन पीएफआई, एसडीपीआई की भूमिका सामने आई। राज्य पुलिस ने एक दिन पहले इस मामले में जिन दो लोगों को गिरफ्तार किया था, उनके भी पीएफआई से संबंध होने की बात सामने आई थी।
BJP नेताओं के साथ मंत्री ने भी की थी जांच की मांग-
दूसरी ओर प्रवीण नेत्तारू की हत्या के मामले में कर्नाटक के मंत्री शोभा करंदलाजे ने भी सरकार से एनआईए जांच की मांग की थी। भाजपा कार्यकर्ता और नेताओं ने इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की थी। ऐसे में अब कर्नाटक सरकार ने मामले की जांच एनआईए से कराने की सिफारिश कर दी है। बताते चले कि प्रवीण की हत्या के बाद दक्षिण कन्नड़ सहित कई जिलों में हिंदूवादी संगठनों ने विरोध-प्रदर्शन किया था।
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बीते 8 दिन में राज्य में तीन लोगों की हत्या-
प्रवीण की हत्या के बाद राज्य पुलिस ने मामले की जांच के छह टीमों का गठन किया था। मामले की जांच में शामिल अधिकारियों ने करीब डेढ़ दर्जन संदिग्धों से पूछताछ की थी। पूछताछ में शामिल सभी संदिग्धों के पीएफआई से संबंध होने की बात सामने आई थी। दूसरी ओर बीते 8 दिनों में राज्य में तीन लोगों की हत्या हुई। जिससे सरकार पर दवाब बढ़ने की बात सामने आई थी।