स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पुलिस अभी इस केस में 21 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। ये सभी आरोपी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) से जुड़े बताए जा रहे हैं। जिन दो मुस्लिम युवकों को इस केस अभी गिरफ्तार किया गया है, उनके भी पीएफआई और एसडीपीआई से संबंध होने की बात सामने आई है।
मामले की जांच के लिए छह टीमों का गठन-
प्रवीण नेत्तारू मर्डर केस में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) आलोक कुमार ने बताया कि पुलिस इस मामले में सभी एंगलों से जांच कर रही है। उन्होंने बेल्लारे का दौरा कर मौजूदा स्थिति का जायजा भी लिया। आलोक कुमार ने कहा कि इस हत्या की जांच के लिए मैंगलुरु शहर के पुलिस आयुक्त और उडुपी पुलिस की मदद से छह टीमों का गठन किया गया है।
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26 जुलाई की रात कुल्हाड़ी से की गई थी प्रवीण की हत्या-
उल्लेखनीय हो कि भाजपा युवा मोर्चा के प्रवीण की 26 जुलाई की रात कुल्हाड़ी से हत्या कर दी गई थी। प्रवीण ने 29 जून को जयपुर में कत्ल किए गए कन्हैयालाल के सपोर्ट में एक पोस्ट की थी। उनकी हत्या को इस पोस्ट से भी जोड़कर देखा जा रहा है। प्रवीण की हत्या के बाद आक्रोशित बीजेपी कार्यकर्ताओं ने विरोध-प्रदर्शन किया था। इस दौरान आक्रोशित भीड़ ने तोड़-फोड़ की कोशिश भी की थी। ऐसे में भीड़ को हटाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था।
प्रवीण की मां बोली- हत्यारे को मिले फांसी की सजा-
दूसरी ओर इस मामले में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बोम्मई ने कहा कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। जरूरत पड़ने पर केस राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को भी सौंपी जा सकती है। इधर बीजेपी नेता प्रवीण की मां ने कहा- जिसने भी बेटे की हत्या की, उसे फांसी दी जानी चाहिए। वो हमारा इकलौता बेटा था। 32 वर्षीय प्रवीण नेत्तारू की बेल्लारे में उसकी दुकान के सामने मोटरसाइकिल सवार तीन अज्ञात हमलावरों ने हत्या कर दी थी।
प्रवीण की हत्या के बाद कई स्थानों पर हुआ था पथराव-
भाजपा नेता की हत्या के बाद बुधवार को दक्षिण कन्नड़ जिले में कई स्थानों पर तनाव उत्पन्न हो गया। कई जगहों पर पथराव और पुलिस द्वारा लाठीचार्ज भी हुआ था। पार्टी कार्यकर्ताओं और हिंदू कार्यकर्ताओं ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और दक्षिण कन्नड़ से सांसद नलिन कुमार कतील, मंत्री वी सुनील कुमार, एस अंगारा और पुत्तुर से विधायक संजीव मतांदूर के खिलाफ उस समय आक्रोश जताया था जब वे प्रवीण के घर गए थे। कतील की कार को करीब आधे घंटे तक रोके रखा गया और बाद में पुलिस सुरक्षा में उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला गया था।