कर्नाटक के इस मंदिर में कुरान के पाठ के साथ त्योहार मनाने की पीढ़ियों पुरानी परंपरा जारी
नई दिल्लीPublished: Apr 14, 2022 06:13:56 pm
बेलूर के ऐतिहासिक चेन्नाकेशव मंदिर ने दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं के विरोध के बावजूद कुरान के अंशों का पाठ करने के बाद रथोत्सव को बंद करने की अपनी सदियों पुरानी परंपरा को जारी रखा। परंपरा के अनुसार, बेलूर मंदिर में त्योहार की शुरुआत को चिह्नित करने के लिए कुरान की आयतों का पाठ किया जाता है।


कर्नाटक के इस मंदिर में कुरान के पाठ के साथ त्योहार मनाने की पीढ़ियों परंपरा जारी
आज के समय में जब देश हिजाब, या हलाल मांस या यहां तक कि रामनवमी पर राज्यों में भड़की हिंसा को लेकर सांप्रदायिक कलह देख रहा है, यहां दो उदाहरण हैं जो देश की धर्मनिरपेक्ष साख में हमारे विश्वास को फिर से लागू करते हैं। तो वहीं कर्नाटक में एक मंदिर ने कुरान के अंश पढ़ने के बाद अपना रथ उत्सव शुरू किया, वहीं केरल में एक अन्य मंदिर ने मुस्लिम समुदाय के लिए इफ्तार रात्रिभोज का आयोजन किया। और इफ्तार में सिर्फ मुसलमान ही नहीं, बल्कि इलाके में रहने वाले हिंदू भी शामिल हुए।