इसके अलावा, उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि मैंने टीवी पर अपनी सामान्य बातचीत में केवल एक उदाहरण के तौर पर अमेरिका में अमेरिकी विरासत कर का उल्लेख किया था। क्या मैं तथ्यों का उल्लेख नहीं कर सकता? मैंने कहा कि ये ऐसे मुद्दे हैं जिन पर लोगों को चर्चा और बहस करनी होगी। इसका कांग्रेस समेत किसी भी पार्टी की नीति से कोई लेना-देना नहीं है। किसने कहा कि भारत में ऐसा कुछ होना चाहिए? किसने कहा कि 55% छीन लिया जाएगा? बीजेपी और मीडिया क्यों घबराई हुई है?
BJP के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने पटलवार करते हुए एक्स पर लिखा कि कांग्रेस ने भारत को बर्बाद करने की ठान ली है। अब, सैम पित्रोदा धन पुनर्वितरण के लिए 50% विरासत कर की वकालत करते हैं। इसका मतलब यह है कि हम अपनी सारी मेहनत और उद्यम से जो कुछ भी बनाएंगे, उसका 50% छीन लिया जाएगा। अगर कांग्रेस जीतती है तो 50% के अलावा हम जो भी टैक्स देते हैं, वह भी बढ़ जाएगा।
कांग्रेस ने किया किनारा दी ये सफाई
सैम पित्रोदा के बयान से किनारा करते हुए कांग्रेस कांग्रेस महासचिव संचार प्रभारी जयराम रमेश ने ट्वीट कर लिखा सैम पित्रोदा मेरे सहित दुनिया भर में कई लोगों के लिए एक गुरु, मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक रहे हैं। पित्रोदा उन मुद्दों पर स्वतंत्र रूप से अपनी राय व्यक्त करते हैं जिनके बारे में वे दृढ़ता से महसूस करते हैं। निश्चित रूप से, लोकतंत्र में एक व्यक्ति अपने व्यक्तिगत विचारों पर चर्चा करने, व्यक्त करने और बहस करने के लिए स्वतंत्र है। इसका मतलब यह नहीं है कि पित्रोदा के विचार हमेशा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थिति को दर्शाते हैं। कई बार वे ऐसा नहीं करते। अब उनकी टिप्पणियों को सनसनीखेज बनाना और उन्हें संदर्भ से बाहर करना नरेंद्र मोदी के दुर्भावनापूर्ण और शरारती चुनाव अभियान से ध्यान हटाने का हताश प्रयास है; वह केवल झूठ पर आधारित है।