दरअसल, विजय नायर Only Much Louder नाम की एक एंटरटेनमेंट और मीडिया इवेंट कंपनी के पूर्व सीईओ हैं। आज उन्हें सीबीआई ऑफिस पूछताछ के लिए बुलाया गया था और फिर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। उनपर चुन-चुनकर लाइसेन्स देने, गुटबन्दी करने और साजिश रचने के आरोप हैं। प्राथमिकी में आरोप लगाए गए हैं कि सिसोदिया के सहायक अर्जुन पांडे ने नायर की ओर से शराब कारोबारी समीर महेंद्रु से करीब 2-4 करोड़ रुपये नकद लिए थे। हालांकि, नायर ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया है और कहा है वो जांच से कहीं भागे नहीं थे।
वहीं, आम आदमी पार्टी की विजय नायर की गिरफ़्तारी पर सफाई आई है। आम आदमी पार्टी ने कहा है कि “नायर का शराब नीति से कोई लेना-देना नहीं था और ये केस निराधार है।”
AAP ने कहा, “विजय नायर आप के कम्युनिकेशन चीफ हैं। वो पहले पंजाब और अब गुजरात में कम्युनिकेशन से जुड़ी रणनीतियों को विकसित करने और लागू करने में अपनी भूमिका निभा रहे हैं।” पार्टी ने कहा कि ये गिरफ़्तारी पार्टी को कमजोर करने और आप के गुजरात अभियान में बाधा डालने के बीजेपी के प्रयास का हिस्सा है।”
आम आदमी पार्टी ने ये तक दावा किया है कि “नायर को पिछले कुछ दिनों से पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा था और उनपर दबाव बनाया जा रहा था कि वो मनीष सिसोदिया का नाम लें। जब उन्होंने ऐसा करने से मना किया तो उसे गिरफ्तारी की धमकी दी गई थी। उसके घर पर दो बार छापेमारी की गई परंतु उसमें कुछ नहीं मिला।”