एक अगस्त से कार्ड होगा अनिवार्य
बोर्ड के मुताबिक पर्ची के जरिए जुलाई महीने तक ही यात्रा की अनुमति होगी। इसके बाद ये पर्ची सिस्टम बंद हो जाएगा। एक अगस्त से आरएफआइडी सेवा अनिवार्य कर दी गई है।
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इस सुविधा से यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की दिक्कतें मौके पर ही दूर होंगी। ताकि भविष्य में भगदड़ जैसी संभावना भी न बन सके।
ऐसा होगा RFID
आरएफआइडी कार्ड पूरी तरह से चिपयुक्त है जो सर्वर के साथ कनेक्ट होगा। इसके लिए कंट्रोल रूम भी बनेगा। कार्ड में श्रद्धालु की फोटो के साथ पूरी तरह की जानकारी होगी। श्रद्धालु यात्रा आरंभ करने से पहले श्राइन बोर्ड के यात्रा पंजीकरण केंद्र से आरएफआइडी कार्ड प्राप्त करेगा।
– मां वैष्णो देवी के प्रवेश द्वार दर्शनी ड्योढ़ी
– नए ताराकोट मार्ग के प्रवेश द्वार
– कटड़ा हेलीपैड या फिर श्री माता वैष्णो देवी रेलवे स्टेशन जैसी नियत स्थानों पर बोर्ड के यात्रा पंजीकरण केंद्र पर वापस करना होगा।
यह कार्ड दोबारा कई बार इस्तेमाल किया जा सकता है। श्रद्धालु को यह कार्ड निशुल्क मिलेगा। इसका खर्च श्राइन बोर्ड स्वयं वाहन करेगा।
इन यात्रियों को आधार शिविर पर ही आएगा मैसेज
जो यात्री ऑनलाइन यात्रा पंजीयन कराएंगे उन श्रद्धालु आधार शिविर कटड़ा पहुंचते ही स्मार्ट फोन पर मैसेज आएगा कि उसे कितने बजे और किस काउंटर पर जाकर आरएफआइडी कार्ड लेना है।
– भवन मार्ग पर किसी तरह का दुर्व्यवहार और यात्रा के दौरान किसी के लापता होने के मामलों पर विराम लगेगा।
– मुद्दा भीड़ को नियंत्रण करने में आसानी होगी
– कार्ड देते समय यह ध्यान रखा जाएगा कि भीड़ इकट्ठी न भवन पहुंच जाए।
– श्राइन बोर्ड प्रशासन कंट्रोल रूम से भीड़ पर पल-पल की निगाह रखेगा।
– यात्रियों की पहचान भी आसानी से की जा सकेगी।
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