पूरा मामला जानिए
ये मामला तब शुरू हुआ जब अहमदनगर के मुकुंदनगर इलाके में रविवार को एक रैली निकाली गई। इस रैली में कुछ युवकों ने औरंगजेब की फोटो के साथ जमकर डांस किया। जिसका किसी ने विडियो बना कर वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वायरल वीडियो में दिख रहा कि एक युवक औरंगजेब की फोटो लिए हुए है और कुछ लोगों ने उसे अपने कंधें पर बिठाया हुआ है। यानी उसका साथ दे रहे हैं। यह घटना एक समुदाय को पसंद नहीं आई। जिसके बाद इसका विरोध शुरू हो गया, और राज्य की प्रशासन से सवाल होने शुरू हो गए। इसके बाद महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम ने कड़े शब्दों से संदेश दिया।
देवेंद्र फडणवीस क्या बोले
इस घटना को लेकर देवेंद्र फडणवीस से जब सवाल किया गया तो उनका कहना था कि अगर कोई इस राज्य में औरंगजेब की फोटो दिखायेगा तो उसे बिल्कुल भी स्वीकार नहीं किया जाएगा। हमारे देश में, महाराष्ट्र में हमारे छत्रपति शिवाजी महाराज और धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज की मूर्ति हो सकती है। हमारे आराध्य वो हो सकते हैं, औरंगजेब नहीं। अगर यहां कोई औरंगजेब का नाम लेता है, उसकी तस्वीर को पूजता है, उसके साथ डांस करता है तो उसे किसी भी सूरत में माफ नहीं किया जाएगा।
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कौन था औरंगजेब
अगर आपको औरंगजेब के बारे में पता नहीं है, तो बता दें कि इसने भारत पर 1658 से 1707 (करीब 50 साल ) तक शासन किया था। ये पचास साल हिन्दुओं के लिए अभिशाप बन गए थे। खासकर महिलाओं के लिए, उनकी इज्जत के साथ काफी खिलवाड़ किया गया था।
इस क्रूर के शासन में भारत में हजार से अधिक हिंदू मंदिरों को तोड़ा गया था। पुजारियों को बेवजह मारा गया। इन तोड़े गए मन्दिरों में कई ऐसे मंदिर भी थे, जिन्हें तोड़कर वहां मस्जिद की निर्माण करवा दिया। आप सब यह जानते हीं होंगे की काशी विश्वनाथ मंदिर को भी 1669 में औरंगजेब ने ही तोड़ने का आदेश दिया था।