हर कोई संजय सिंह नहीं कि वो…
वहीं, आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि राजकुमार इसलिए जीते, क्योंकि वह आम आदमी पार्टी से लड़े। इसके बावजूद उन्होंने विधायक पद और मंत्री पद से इस्तीफा दिया। राजकुमार आनंद ने जो किया है, वो एक तरह का सुसाइड है, ये आग में कूदना है। एक चुने हुए विधायक और मंत्री को इस तरीके से डराया गया कि एक छोटे कमरे में छिपकर प्रेस कांफ्रेंस कर उन्हें इस्तीफा देना पड़ रहा है। मैं मानता हू्ं कि एक परिवार चलाने वाला आदमी जिसके बच्चे हैं, परिवार है, ऐसे में ईडी पकड़कर ले जाएगी और तिहाड़ में कई साल तक सड़ाया जाएगा, इसलिए वह डर गए। वह कई बार पार्टी के साथियों से कह चुके थे कि जैसे ही एक्टिव होता हूं तो फोन आ जाता है. हर कोई संजय सिंह नहीं होता है।
बीजेपी ED और सीबीआई के जरिए AAP को तोड़ रही
सौरभ ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा भारतीय जनता पार्टी ED और सीबीआई के इस्तेमाल से पार्टियों को तोड़ रही है। आज आम आदमी पार्टी के एक-एक कार्यकर्ता या नेता की भी परीक्षा है। ये वही राजकुमार आनंद है, जिनके यहां 23 घंटे तक ED की रेड पड़ी थी। तब बीजेपी कह रही थी कि राजकुमार आनंद भ्रष्ट हैं हो सकता है कि कल राजकुमार आनंद को भाजपा के नेता माला पहनाते हुए नजर आएं।
राजकुमार आनंद पर हवाला लेनदेन में शामिल होने का शक
बता दें कि नवंबर 2023 में जब प्रवर्तन निदेशालय ने सीएम केजरीवाल को जब शराब घोटाले में पूछताछ के लिए बुलाया था तो इससे ठीक पहले केंद्रीय एजेंसी ने मंत्री राजकुमार आनंद के आवास पर छापा मारा था। ईडी की टीम मंत्री आनंद के सिविल लाइंस स्थित आधिकारिक आवास समेत 9 जगहों पर छानबीन की थी। एजेंसी को राजकुमार आनंद पर हवाला लेनदेन में शामिल होने का भी शक था।