दिल्ली के सबसे बड़े अस्पताल लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल में कोरोना के दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की भारी कमी हो गई थी. अब तीसरी लहर के आहट से पहले यहां ऑक्सीजन की क्षमता 10 गुना बढ़ गई है. दूसरी लहर के दौरान यहां ऑक्सीजन की क्षमता करीब 5 टन की थी जिसे अब बढ़ाकर 55 टन कर दिया गया है. यहां 2000 नॉर्मल बेड और 950 आईसीयू बेड हैं सभी बेड पर ऑक्सीजन की सप्लाई दी गई है.
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यूपी में ऑक्सीजन प्लांट की स्थितियूपी के नोएडा में इस वक्त 17 ऑक्सीजन प्लांट हैं. इनमें से 11 सरकारी है जबकि बाकि छह प्राइवेट अस्पतालों में है. दूसरी लहर के दौरान नोएडा में एक भी ऑक्सीजन प्लांट नहीं था. पर दूसरी लहर से सबक लेकर यहां 17 ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए. वहीं इटावा में भी 9 ऑक्सीजन प्लांट सक्रिय हैं. इनमें से 3 प्लांट सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में और 6 सीएचसी और जिला अस्पतालों में लगा हुआ है.
बिहार में भी कोरोना के दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण कई लोगों की जान चली गई थी. अब कोरोना के दूसरी लहर से सबक लेकर बिहार के अस्पतालों में भी ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना की गई है. बिहार के नालंदा के सदर अस्पताल बिहारशरीफ में पीएम केयर्स फंड से ऑक्सीजन प्लांट लगाया गया है. नवजात बच्चों के लिए बनी एसएनसी यूनिट को भी इसी प्लांट से ऑक्सीजन सप्लाई हो रही है. अस्पताल के डॉ. अश्वनी कुमार ने बताया कि पहले यहां काफी परेशानी हुआ करती थी लेकिन प्लांट लगने से ऑक्सीजन की किल्लत नहीं होती.