पीएम के दौरे को लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में बताया गया कि शिखर सम्मेलन के दौरान, प्रधानमंत्री के दो सत्रों में बोलने की उम्मीद है, जिसमें पर्यावरण, ऊर्जा, जलवायु, खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य, लैंगिक समानता और लोकतंत्र शामिल हैं। महत्वपूर्ण मुद्दों पर अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने के प्रयास में, अर्जेंटीना, इंडोनेशिया, सेनेगल और दक्षिण अफ्रीका जैसे अन्य लोकतंत्रों को भी आमंत्रित किया गया है।
पीएम मोदी के दौरे को लेकर बताया गया कि शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे। जी 7 शिखर सम्मेलन का निमंत्रण भारत और जर्मनी के बीच मजबूत और घनिष्ठ साझेदारी और उच्च-स्तरीय राजनीतिक संपर्कों की परंपरा को ध्यान में रखते हुए है। भारत-जर्मनी अंतर-सरकारी परामर्श (आईजीसी) के छठे संस्करण के लिए प्रधानमंत्री की जर्मनी की अंतिम यात्रा 2 मई को हुई थी।
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जर्मनी की यात्रा के बाद पीएम मोदी संयुक्त अरब अमीरात भी जाएंगे। विदेश मंत्रालय ने कहा कि पीएम मोदी शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान को यूएई के नए राष्ट्रपति और अबू धाबी के शासक के रूप में चुने जाने पर बधाई देंगे। प्रधानमंत्री 28 जून को यूएई से रवाना होंगे। उल्लेखनीय हो कि बीते दिनों यूएई के पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने और नए राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अह नाहयान को बधाई देने के लिए भारतीय उपराष्ट्रपति वेकैंया नायडू भी यूएई पहुंचे थे।