हालांकि, आरबीएल बैंंक की ओर से बताया गया है कि राजीव आहूजा की नियुक्ति के लिए नियामक और दूसरे अप्रूवल अभी नहीं लिए गए हैं। बैंक की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, राजीव आहूजा की नियुक्ति के नियम और शर्तों में तथा सैलरी में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
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बता दें कि आरबीएल बैंक के पूर्व एमडी और सीईओ विश्ववीर आहूजा को अनुभवी बैंकर्स में शुमार किया जाता है। उनके पास रिस्क मैनेजमेंट, बिजनेस मैनेजमेंट, रिस्क मैनेजमेंट, फाइनेंस और ह्यूमन रिसोर्स में लगभग 40 साल का अनुभव है। विश्ववीर आहूजा आरबीएल ज्वाइन करने से पहले वर्ष 2001 से वर्ष 2009 तक बैंक ऑफ अमरीका में भारत के एमडी और सीईओ थे।
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आरबीएल बैंक की ओर से रविवार को बताया गया कि बैंक उसके शीर्ष प्रबंधन को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का समर्थन हासिल है। यही नहीं, बैंक ने एसेट क्वॉलिटी रिलेटेड मुद्दे भी सुलझा लिए हैं। नए आरबीएल बैंक के अंतरिम एमडी और सीईओ राजीव आहूजा ने कहा कि हाल ही में जो घटनाक्रम हुए हैं, वह एसेट क्वॉलिटी जैसे मुद्दों से जुड़े नहीं हैं। बैंक को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का पूरा समर्थन हासिल है।
बता दें कि शनिवार को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने सूचना विभाग के प्रमुख और महा प्रबंधक योगेश दयाल को आरबीएल बैंक के बोर्ड में अतिरिक्त निदेशक पद पर नियुक्त किया है। इसके बाद ही आरबीएल बैंक की ओर से शेयर बाजार को सूचित किया गया कि बैंक के एमडी और सीईओ विश्ववीर आहूजा अवकाश पर चले गए हैं। इसके बाद बोर्ड ने राजीव आहूजा को इस पद पर नामित किया गया।