वकील ने अदालत को बताया था कि एजेंसी को 5 जनवरी के हमले में आलमगीर और उसके सहयोगियों मफिजुल मोल्ला और सिराजुल की संलिप्तता के बारे में विशिष्ट सुराग मिले हैं। शनिवार को पूछताछ के दौरान आलमगीर और उसके सहयोगियों ने पूछताछ करने वाले अधिकारियों को गुमराह करने का प्रयास किया। उन्होंने सवालों को टाल दिया या एक ही सवाल के अलग-अलग जवाब दिए।
आखिरकार शनिवार रात करीब 8.30 बजे सीबीआई ने आलमगीर और उसके सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया। 13 मार्च को सीबीआई ने आलमगीर को नोटिस जारी कर 14 मार्च को निजाम पैलेस कार्यालय में हाजिर होने को कहा था, लेकिन उन्होंने इसका पालन नहीं किया था।