scriptकहीं ‘राजा’ तो कहीं स्कूल अध्यापक बना सांसद, देखें कितनी खास होनी वाली है 18वीं लोक सभा | Somewhere school teacher and somewhere a 'king' became an MP, see how special the 18th Lok Sabha is going to be | Patrika News
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कहीं ‘राजा’ तो कहीं स्कूल अध्यापक बना सांसद, देखें कितनी खास होनी वाली है 18वीं लोक सभा

18th Lok Sabha New MP: लोकसभा में पहला कदमः 280 निर्वाचित सदस्यों में कई अभिनेता और पूर्व मुख्यमंत्री भी, संसद का निचला सदनः स्कूल शिक्षक, राज्यसभा सदस्य और पूर्व राजघराने के सदस्य भी

नई दिल्लीJun 07, 2024 / 11:14 am

Anish Shekhar

18th Lok Sabha New MP: 18वीं लोकसभा के चुनाव की इसे एक अहम उपलब्धि माना जा सकता है कि 543 सीटों में से 280 सदस्य पहली बार संसद के निचले सदन में कदम रखेंगे। इनमें से कई सदस्य पहले से राजनीति में हैं जो राज्यसभा सदस्य या विधायक या पूर्व मुख्यमंत्री तक रह चुके हैं, तो कई की राह परिवारवाद ने तैयार की है। कुछ खिलाड़ी तो कुछ अभिनेता भी इस फेहरिस्त में शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश की 80 सीटों में से 45 सीटों पर चुने गए उम्मीदवारों के लिए संसद में यह पहला कार्यकाल होगा। इनमें मेरठ से अभिनेता अरुण गोविल (भाजपा) हैं, जिन्होंने टीवी सीरियल रामायण में भगवान राम का किरदार निभाया तो अमेठी से किशोरी लाल शर्मा, जिन्होंने भाजपा की स्मृति ईरानी को हराया। नगीना से दलितों के अधिकारों के लिए सक्रिय आजाद समाज पार्टी के चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण भी जीते।

स्कूल अध्यापक बने सांसद

महाराष्ट्र की 48 सीटों में से 33 पर भी पहली बार सांसद बनने वाले सदस्यों की जीत हुई है। इनमें से एक हैं दिन्डोरी (एसटी सीट) से स्कूल अध्यापक भास्कर भगरे जिन्हें एनसीपी (शरद पवार) ने टिकट दिया। भगरे ने निवर्तमान भाजपा सांसद भारती पवार को हराया। इनके अलावा मुंबई उत्तर से भाजपा के पीयूष गोयल, अमरावती से कांग्रेस के बलवंत वानखेड़े जिन्होंने भाजपा की निवर्तमान सांसद नवनीत राणा को हराया। अकोला से पूर्व केंद्रीय मंत्री संजय धोत्रे के बेटे भाजपा प्रत्याशी अनूप धोत्रे, सांगली से निर्दलीय उम्मीदवार विशाल पाटिल और रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग से पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे भी पहली बार लोकसभा के सदस्य चुने गए हैं। हरिद्वार से त्रिवेंद्र सिंह रावत, करनाल से मनोहर लाल, त्रिपुरा पश्चिम से बिप्लब कुमार देब, गया से जीतन राम मांझी, कर्नाटक में हावेरी से बसवराज बोम्मई और बेलगाम से जगदीश शेट्टार, जालंधर से पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, त्रिशूर से अभिनेता सुरेश गोपी, मंडी (हिमाचल प्रदेश) से अभिनेत्री कंगना रनौत का भी लोकसभा का यह पहला कार्यकाल होगा।
शिवसेना (यूबीटी) के राज्यसभा सदस्य अनिल देसाई, भूपेंद्र यादव, धर्मेंद्र प्रधान, मनसुख मांडविया और परषोत्तम रूपाला ने भी लोकसभा में पहली बार पहुंचने में कामयाबी हासिल की है। पूर्व राजघरानों के सदस्यों में कोल्हापुर से छत्रपति शाहू, मैसूर से यदुवीर कृष्णदत्त चामराजा वाडियार और त्रिपुरा पूर्व से कृति देवी देबबर्मन भी पहली बार लोकसभा में पहुंचेंगे। पश्चिम बंगाल की तमलुक सीट से जीतने वाले कलकत्ता हाई कोर्ट के पूर्व जज अभिजीत गंगोपाध्याय भी पहली बार सांसद बनने वालों में शामिल हैं।

सांसद ‘अंडर-30’

2019 के लोकसभा चुनाव की तरह इस बार भी 30 वर्ष से कम आयु के चार उम्मीदवार निर्वाचित हुए हैं। बिहार के समस्तीपुर से लोकजनशक्ति पार्टी की 25 वर्षीय शांभवी चौधरी ने कांग्रेस के सनी हजारी को हराया। राजस्थान के भरतपुर से कांग्रेस की 25 वर्षीय संजना जाटव भाजपा के रामस्वरूप कोली को हराकर लोकसभा में एंट्री ली। उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री इंदरजीत सरोज के बेटे पुष्पेंद्र सरोज ने सपा के टिकट पर कौशाम्बी सीट से चुनाव लड़ा और निवर्तमान सांसद विनोद कुमार सोनकर को शिकस्त दी। इसी तरह यूपी की मछलीशहर सीट पर सुप्रीम कोर्ट अधिवक्ता व सपा प्रत्याशी 25 वर्षीय प्रिया सरोज ने भाजपा के निवर्तमान सांसद भोलानाथ को पराजित किया। प्रिया के पिता तूफानी सरोज तीन बार सांसद रह चुके हैं।

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