चुनाव में उम्मीदवार का खर्च तय है लेकिन राजनीतिक दल कितना भी खर्च कर सकते हैं। वन नेशन और वन इलेक्शन में जनता का पक्ष कोई नहीं देख रहा है।
•Feb 02, 2024 / 12:58 pm•
Anand Mani Tripathi
इलेक्ट्रोरल बॉन्ड भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा माध्यम है। राजनीतिक दल इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए पैसा लेते हैं लेकिन किसने किसको कितना दिया, इसकी कोई जानकारी नहीं होती। बिना पारदर्शिता के फ्री इलेक्शन नहीं हो सकते। पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी ने न केवल इलेक्ट्रोरल बॉन्ड को लेकर सवाल उठाया बल्कि वन नेशन, वन इलेक्शन की धारणा को खारिज किया।
उन्होंने कहा कि वन नेशन, वन इलेक्शन में सभी राजनीतिक दल और खर्च की बात कर रहे हैं लेकिन कोई भी जनता का पक्ष नहीं देखता। चुनाव में उम्मीदवार के खर्च की सीमा तय है लेकिन राजनीतिक दल पर कोई भी सीमा नहीं है। यदि चुनावों में 60 हजार करोड़ खर्च होते हैं और यह पूरा पैसा बाजार में आ जाता है। इससे अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाता है।
पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी ने कहा कि चुनाव के वक्त ही राजनीतिक दल लोगों तक पहुंचते हैं। इसके बाद पांच सालों तक कोई हाल खबर तक लेने वाला नहीं दिखाई देता है। यह लोकतंत्र की मुख्य अवधारणा को चोटिल करता है।
Hindi News/ National News / भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा माध्यम इलेक्ट्रोरल बॉन्ड : एसवाई कुरैशी