केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस के दिल्ली में हुए प्रदर्शन को लेकर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने आज जानबूझकर काले कपड़े पहनकर विरोध किया। पार्टी ने ये विरोध प्रदर्शन महंगाई या फिर बेरोजगारी के खिलाफ नहीं किया है, बल्कि आज ही दिन क्योंकि राम जन्म भूमि का शिलान्यास हुआ था, ऐसे में इसके विरोध में पार्टी ने काले कपड़े पहन कर ये प्रदर्शन किया है।
अमित शाह ने कहा “आज ED ने न किसी को तलब किया है, न कोई पूछताछ हुई है, न कोई रेड हुई है। मैं तो समझ ही नहीं सकता कि विरोध का कार्यक्रम आज क्यों किया गया है। हर रोज जब विरोध के कार्यक्रम में होते थे, सभी अपने-अपने ड्रेस में होते थे। आज सभी के सभी लोगों ने काले कपड़े पहनकर किया है।”
उन्होंने आगे कहा, “आज ही के दिन यानी 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामजन्मभूमि का शिलान्यास किया था। साढ़े पांच सौ साल पुरानी समस्या का बहुत शांतिपूर्ण तरीके से समाधान निकला था और कहीं पर देश में न कोई दंगा हुआ था, न कोई हिंसा हुई थी। पीएम मोदी ने करोड़ों लोगों की श्रद्धा को परवान चढ़ाया था।”
कांग्रेस नेता आज प्रदर्शन कर संदेश देना चाहते हैं कि वो राम जन्मभूमि के शिलान्यास का विरोध करते हैं और तुष्टीकरण की नीति को आगे बढ़ाना चाहते हैं। नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर उन्होंने कहा कि एक जिम्मेदार पार्टी होने के नाते कांग्रेस को कानून का सहयोग देना चाहिए। वो (कांग्रेस) रोज प्रदर्शन करते हैं। शिकायत के आधार पर मामला चल रहा है। जहां तक ED का सवाल है, देश में कानून-व्यवस्था की स्थिति का सभी को सम्मान करना चाहिए।