शीतकालीन सत्र के पहले दिन पीएम मोदी ने कहा कि शीतकालीन सत्र सिर्फ एक डिप्लोमेटिक इवेंट नहीं है बल्कि भारत के सामार्थ्य को विश्व के सामने प्रस्तुत करने का समय है। जिस प्रकार से भारत से अपेक्षाएं बढ़ी हैं और जिस प्रकार से भारत वैश्विक मंच पर अपनी भागीदारी बढ़ाता जा रहा है ऐसे समय में #G20 की मेज़बानी भारत को मिलना एक बहुत बड़ा अवसर है।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि मैं सभी दलों के नेताओं से ये आग्रह करना चाहता हूं कि हमारे जो नए और युवा सांसद हैं… उनके उज्जवल भविष्य और लोकतंत्र की भावी पीढ़ी को तैयार करने के लिए हम अधिक से अधिक अवसर उनको दें।