आरबीआई ने चेताया-
आरबीआई ने अलर्ट जारी किया है कि कई लोग पुराने नोट, सिक्कों की खरीद-बिक्री के संबंध में शुल्क और कमीशन मांग रहे हैं। आरबीआई के मुख्य महाप्रबंधक योगेश दयाल ने अलर्ट में लिखा कि भारतीय रिजर्व बैंक जनता को सतर्क रहने के लिए सूचित करता है। आरबीआई ऐसी प्रक्रिया का हिस्सा नहीं है।
समझें जालसाजी के तरीके-
केस- 1 : अगस्त 2021 में छत्तीसगढ़ में रायपुर के बेमेतरा क्षेत्र के गांव गोढीकला के रविंद्र कुमार के पुराने नोट और सिक्कों की कीमत 75 लाख रुपए तक बताकर प्रोसेसिंग फीस के नाम पर 10 लाख रुपए ठगों ने अपने अकाउंट में जमा करा लिए।
केस- 2 : अगस्त 2020 में रोहतक के प्रदीप कुमार के बेटे उपांश्लु ने 27 जुलाई को ओएलएक्स पर पुराने सिक्के का फोटो डाला था। एक व्यक्ति ने सिक्के की कीमत 20 हजार बताई और पेमेंट के लिए बार कोड भेजा। कोड स्कैन करते ही 46 हजार उड़ा लिए।
मांग रहे ऐसा नोट जो कभी छपा ही नहीं-
सोशल मीडिया पर मैसेज भरे पड़े हैं कि 500 के बंद हो चुके ऐसे नोट चाहिए जिनमें आरबीआई के पूर्व गर्वनर विमल जालान के हस्ताक्षर हों और उस पर वर्ष 2005 लिखा हो। जबकि जालान के कार्यकाल में छपे नोट के पीछे सन लिखा ही नहीं जाता था।
– कुछेक नोट और सिक्के ही दुर्लभ होते हैं, जिनकी बाजार में कीमत अधिक होती है। ठगी का शिकार होने से बचने के लिए पहले उनका बाजार मूल्य मालूम कर लेना चाहिए। साथ ही ऑनलाइन लेनदेन में सावधानी भी रखनी चाहिए।
महेश जैन, नोट एवं सिक्कों के संग्रहकर्ता, वल्र्ड रेकॉर्ड होल्डर, उदयपुर
– कई साइट्स एंटीक चीजों के नाम पर ठगती हैं। बिना जांच के इन साइट पर लेन देन न करें। ऐसा करने पर आप फाइनेंसियल फ्रॉड का शिकार हो सकते हैं।
आयुष भारद्वाज, साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट