लापरवाही अधिकारियों की, हजारों को नहीं मिला वेतन
– जिला पंचायत घेरी तो हुई तुरंत कार्रवाई- अधिकारियों को मिली लताड़
लापरवाही अधिकारियों की, हजारों को नहीं मिला वेतन
नीमच. शिक्षा विभाग के अधिकारियों और बाबूओं की मनमानी का खामियाजा भुगत रहे अध्यापकों ने आज शिक्षा विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। जिला पंचायत कार्यालय का घेराव कर करीब ढाई घंटे तक प्रदर्शन किया। सीईओ जिला पंचायत ने अपने कक्ष में अध्यापक संघर्ष समिति के प्रतिनिधियों से एक-एक बिंदु पर चर्चा की तो पता चला कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों की कारगुजारी के कारण करीब ढाई हजार अध्यापकों को वेतन और एरियर का समय पर भुगतान नहीं हो सका। अधिकारियों को फटकार लगाकर समय सीमा देकर तत्काल राशि का भुगतान करने के निर्देश दिए गए हैं।
शुक्रवार शाम लगभग ४.३० बजे अध्यापक संघर्ष समिति के बैनर तले बड़ी संख्या में अध्यापक जिला पंचायत कार्यालय पहुंचे। यहां पर उन्होने मेन गेट पर घेराव कर शिक्षा अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जब काफी हल्ला मचा तो जिला पंचायत सीईओ कमलेश भार्गव बाहर आए और उन्होने प्रतिनिधियों से भीतर आकर अपनी समस्या रखने की बात कही। इधर शेष अध्यापक धरने पर बैठकर नारेबाजी करने लगे।
शिक्षा अधिकारियों को भी किया तलब-
अध्यापक संघर्ष समिति के मनीष पुरोहित, बहादुरसिंह चंद्रावत आदि ने जब सीईओ को बताया कि विकासखंड शिक्षा अधिकारी और बाबूओं ने शासन के निर्देशों का अपने ढंग से निष्कर्ष निकाल लिया और बिना वजह उच्च कार्यालय के मार्गदर्शन का बहाना बनाकर भुगतान अटकाया गया। उन्होने एक-एक आदेश का विश्लेषण कर सीईओ को वस्तुस्थिति बताई और कहा कि अध्यापकों को ५ माह का नगद एरियर का भुगतान नहीं किया गया इसके अलावा १७ माह का अलग एरियर भी नहीं दिया गया। जो कि करीब १३०० कर्मचारियों का अटकाया गया है। इसी तरह छठे वेतनमान की प्रथम किश्त का आदेश जारी हुए १० माह बीत गए लेकिन वह राशि भी जारी नहीं की गई। २७३१ अध्यापकों को प्रथम किश्त जारी होना है। इस पर जिला शिक्षा अधिकारी सीके शर्मा, विकासखंड शिक्षा अधिकारी एवं उत्कृष्ट प्राचार्य केएल बामनिया से सीईओ ने जवाब तलब किया। किसी ने स्टॉफ की कमी का बहाना बनाया तो किसी ने काम अधिक होने का बहाना बनाया। सीईओ ने अधिकारियों और बाबूओं को जमकर फटकार लगाई और कहा कि बिना वजह अध्यापकों का वेतन रोकने के मामले में जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
उन्होने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से दो टुक कहा कि पांच माह का नगद भुगतान ३ दिन के भीतर हर हाल में हो जाना चाहिए, १७ माह का एरियर और छठे वेतनमान की पहली किश्त १५ अक्टूबर के पूर्व जारी करें। इस संबंध में लिखित आदेश भी जारी कर दिया गया। इस आश्वासन के बाद अध्यापकों ने आंदोलन समाप्त कर दिया। इस मौके पर दिनेश टांकवाल, चांदमल पाटीदार, राहुलदेव जगधाने सहित बड़ी संख्या में अध्यापक उपस्थित थे।
Home / Neemuch / लापरवाही अधिकारियों की, हजारों को नहीं मिला वेतन