मादक प्रदार्थ जब्ती की हर एंगल से होगी जांचबाछड़ा समुदाय का होगा सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण
नीमच•Feb 05, 2019 / 07:55 pm•
Mahendra Upadhyay
video एनडीपीएस प्रकरणों में पुलिसकर्मियों की भूमिका पर रहेगी नजर
नीमच. मादक पदार्थ तस्करी के प्रकरणों में आरोपी के फरार होने के मामले बढ़ रहे हैं। इस संबंध में शिकायतें भी मिल रही है। जो भी पुलिस अधिकारी या जवान एनडीपीएस प्रकरण में शामिल रहता है उसकी भूमिका की भी हर स्तर पर जांच की जाएगी। सिंगोली प्रकरण में जिस तरह की स्थिति सामने आई है ऐसा भविष्य में न हो इसका विशेष रूप से ध्यान रखा जाएगा।
मादक पदार्थ तस्करी रोकने बढ़ाई नाकाबंदी
यह कहना था पुलिस अधीक्षक राकेशकुमार सगर का। वे पुलिस कंट्रोल रूम पर पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने एनडीपीएस प्रकरणों को गंभीरता से लेने की बात कहते हुए कहा कि अब हर प्रकरण में उसकी तह तक पहुंचा जाएगा। आरोपी कौन है। मादक पदार्थ कहा से ला रहा था और कहा व किसे देने जा रहा था। मादक पदार्थ तस्करी में जिस वाहन का उपयोग किया गया वो किसका था। पूरे प्रकरण की निष्पक्ष और स्पष्ट जांच कर वैधानिक कार्रवाईकी जाएगी। किसी कीमत पर आरोपी फरार न हो इसका भी विशेष ध्यान रखा जाएगा। मादक पदार्थ की तस्करी रोकने के लिए नाकाबंदी बढ़ाई गईहै। नाकाबंदी के लिए स्टापर, बेरिकेट्स, ड्रम आदि का उपयोग किया जा रहा है। इन साधनों का आगामी लोकसभा चुनाव में भी उपयोग किया जाएगा।
बांछड़ा समुदाय का कराया जाएगा सर्वे
आपराधों की रोकथाम और समाज की मुख्य धारा से जोडऩे के उद्देश्य से जल्द ही जिले में बांछड़ा समुदाय के लोगों का सर्वे कराया जाएगा। इसके लिए प्रत्येक बांछड़ा समुदाय के प्रत्येक गांव में जाकर परिवारों का पूरा विवरण कागजों में दर्ज किया जाएगा। आय के स्त्रोत भी इसमें शामिल रहेंगे। एक प्रकार से यह सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण होगा। इसके आधार पर बांछड़ा समुदाय को जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल सके ऐसे प्रयास किए जा सकेंगे। सर्वे में प्राप्त डाटा का उपयोग शासन की जनकल्याणकारी योजना में भी हो सकेगा। अपराधों की रोकथाम में इस प्रकार का सर्वे महत्वपूर्णभूमिका निभा सकता है।
७१९ गांवों में पहुंचेंगे पुलिस अधिकारी
एसपी ने बताया कि ‘ग्राम चलो जनसंवादÓ अभियान के तहत जिले के 10 थाना क्षेत्रों के 719 ग्रामों को 3 वर्गों अ, ब व स में वर्गीकृत किया है। पुलिस अधिकारियों से लेकर बीट प्रभारियों द्वारा ग्राम भ्रमण किया जा रहा है। अभियान में पिछले 7 दिनों में 70 ग्रामों का पुलिस अधिकारियों द्वारा भ्रमण किया जा चुका है। अभियान के अंतर्गत पुलिस अधिकारियों द्वारा प्रत्येक ग्राम की राजनैतिक, भौगोलिक, आर्थिक, सामाजिक तथा अन्य जानकारियॉ प्राप्त करने के साथ ही आमजन की पुलिस से अपेक्षा, सुझाव एवं आमजन की शिकायत मौके पर ही सुनी जाकर निराकरण किया जा रहा है। अभियान के तहत पुलिस अधिकारियों द्वारा पिछले 7 दिनों में थाना नीमच कैंट के 7, नीमच सिटी के 14, बघाना के 5, जीरन के 8 , जावद के 13, रतनगढ़ के 8 , सिंगोली के 6 , मनासा के 5, कुकड़ेश्वर के 2 एवं रामपुरा थाने के 2 इस प्रकार कुल 70 गांवों में पहुंचकर पुलिस अधिकारियों ने ग्रामीणों से सीधे संवाद स्थापित किया। इस भ्रमण में जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में ग्रामीण भी शामिल हुए थे।
233 में से 16 9 शिकायतों का हुआ निराकरण
एसपी ने बताया कि जिले में 15 जनवरी से अभियान ‘विश्वासÓ प्रारंभ किया गया है। अभियान के तहत सभी थाना प्रभारियों को पुलिस थानाक्षेत्र में प्राप्त शिकायतों पर गंभीरतापूर्वक कार्यवाही कर त्वरित निराकरण के निर्देश दिए गए हैं। शिकायतों में कुछ शिकायतें ऐसी प्राप्त होती हैं, जिसमें राजीनामे से समस्या का निराकरण हो सकता है। ऐसे प्रकरणों का मौके पर ही निराकरण किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों की शिकायतों के निराकरण में जिला न्यायाधीश ने भी सहयोग करने की बात कही है। साथ ही कलेक्टर से भी सहयोग के लिए कहा गया है। उन्होंने भी पूरा सहयोग करने की बात कही है। अभियान ‘विश्वासÓ में 16 जनवरी से 4 फरवरी तक विभिन्न थानों में कुल 233 शिकायतें प्राप्त हुई हैं। इनमें से 16 9 शिकायतों निराकरण कर दिया गया है। नीमच कैंट थाने में 36 में से 18 , नीमच सिटी में 26 में से 20, बघाना में 26 में से 25, जीरन में 15 में से 13, जावद में 20 में से 15, रतनगढ़ में 7 में से 5, सिंगोली में 22 में से 21, मनासा में 33 में से 14, कुकड़ेश्वर में 23 में से 18 और रामपुरा में 25 में से 20 शिकायतों का निराकरण किया किया जा चुका है। एसपी ने बताया कि इस प्रयास से अब शिकायतें आना कम हो गई है। अपराध की तुलना में शिकायत काफी अधिक आती थी। अब प्रतिदिन 2-3 शिकायतें ही जिला मुख्यालय पर आ रही हैं। ७ दिन में शिकायतों का निराकरण किया जा रहा है।
गांवों में शुरू की जाएगी पुलिस डाक सेवा
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि ग्रामीणों में पुलिस की छवि का सुधारने के लिए नए प्रयोग किए जा रहे हैं। इनमें एक है ‘पुलिस डाक सेवाÓ। यह सुविधा प्रत्येक ग्राम पंचायत क्षेत्र में लागू की जाएगी। इसके माध्यम से ग्रामीण अपनी शिकायतों को पेटी में डाल सकेंगे। सप्ताह में एक दिन पुलिस अधिकारी गांव में पहुंचकर ग्रामीणों की समस्याओं और शिकायतों का मौके पर ही निराकरण करेंगे। प्रकरण दर्ज करने योग्य शिकायतों को मौके पर दर्ज किया जाएगा। एसपी ने बताया कि जिला मुख्यालय पर संचालित 30 सीसीटीवी कैमरों पर 24 घंटे नजर रखी जा रही है। पुलिस गस्त पर नजर रखने के लिए चीता मोबाइल को निर्देश दिए गए हैं कि वे सीसीटीवी कैमरों की जद में रहें। यातायात पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई भी सीसीटीवी कैमरों की नजर में करने के निर्देश दिए गए हैं।