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8  हजार 828 में से 3 हजार 566 विद्यार्थी हुए फेल

जिले में कक्षा 9 वीं का चौकाने वाला रहा परीक्षा परिणामपरिणाम प्रभावित होने का मुख्य कारण शिक्षकों की कमी

नीमचMar 24, 2019 / 05:20 pm

Mahendra Upadhyay

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8  हजार 828 में से 3 हजार 566 विद्यार्थी हुए फेल

नीमच. माध्यमिक शिक्षा मंडल की कक्षा ९वीं के नतीजे शुक्रवार को जिला शिक्षा कार्यालय से घोषित कर दिए गए। चौकाने वाली बात रही कि इस साल परीक्षा में शामिल हुए ८ हजार ८२८ विद्यार्थियों में से ३ हजार ५६६ विद्यार्थी फेल हो गए। इनमें २ हजार १३३ बालक और एक हजार ४३३ बालिकाएं शामिल हैं।
शिक्षकों की कमी मुख्य कारण
जिले में इस साल कक्षा ९वीं का परीक्षा परिणाम आशा अनुरूप नहीं रहा। बड़ी संख्या में विद्यार्थी अनुत्तीर्ण हुए। चौकाने वाली बात तो यह है कि जितने बच्चे फेल हुए हैं उनकी तुलना में पूरक हासिल करने वाले विद्यार्थियों की संख्या काफी कम है। आश्चर्य की बात है कि जिले में फेल विद्यार्थियों की संख्या करीब साढ़े तीन हजार से अधिक है, वहीं पूरक अनुत्र्तीण विद्यार्थियों की तुलना में मात्र १० फीसदी बच्चों को मिली है। आशय यह है कि जहां ३ हजार ५६६ विद्यार्थी फेल हुए हैं वहीं मात्र ३३७ विद्यार्थियों को ही पूरक आईहै। इससे भी कक्षा ९वीं का शिक्षा का स्तर प्रमाणित होता है। शिक्षा विभाग के आला अधिकारी मानते हैं कि जब से ८वीं बोर्ड परीक्षा समाप्त की गई है इसके बाद से ही ९वीं का परीक्षा परिणाम निरंतर गिरता गया है। स्कूलों में विषयवार शिक्षकों की कमी भी शैक्षणिक स्तर गिरने का मुख्य कारण माना जा रहा है। विषय विशेषज्ञ नहीं होने से विद्यार्थियों का शैक्षणिक स्तर नहीं सुधर पा रहा है। कक्षा ८वीं तक पास करने का नियम भी एक बाधक बना है। इस कारण न शिक्षक और न ही अभिभावक विद्यार्थियों की पढ़ाई पर गंभीर दिखाई दिए।
प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होने में बालिकाओं ने मारी बाजी
जिले की कक्षा ९वीं का परीक्षा परिणाम निराशाजनक रहा। मनासा विकासखंड में कुल ३६२७ विद्यार्थी दर्जथे। जावद में २८८३, नीमच विकासखंड में २७०५ और जिले में कुल ८२१५ विद्यार्थी दर्ज थे। इनमें से मनासा में ३४६३, जावद में २७१२, नीमच में २६५३ तथा जिले में कुल ८८२८ विद्यार्थीपरीक्षा में शामिल हुए थे। इनमें से १८८८ विद्यार्थी प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए। जिनमें मनासा में ६८४, जावद में ५९९ और नीमच में ६०५ विद्यार्थी हैं। ७३१ बालक और ११५७ बालिकाएं प्रथम श्रेणी में उत्र्तीण हुई हैं। द्वितीय श्रेणी में कुल २५०१ विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। इनमें मनासा में १००१, जावद में ७०३ और नीमच में ७९७ शामिल है। इस प्रकार १२९२ बालक और १२०९ बालिकाएं द्वितीय श्रेणी में पास हुए हैं। तृतीय श्रेणी में कुल ५४३ विद्यार्थी पास हुए इसमें मनासा में १९८, जावद में १८३ और नीमच में १६२ विद्यार्थी हैं। इनमें ३२० बालक और २२३ बालिकाएं शामिल हैं। जिले में कुल ८ हजार ८२८ विद्यार्थी परीक्षा में बैठे थे। इनमें ४६४१ बालक और ४१८७ बालिकाएं थे। इनमें से कुल ४९३२ विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। इनमें २३४३ बालक और २५८९ बालिकाएं शामिल हैं। उत्तीर्ण विद्यार्थियों में मनासा विकासखंड के १८८३, जावद में १४८५ और नीमच में १५६४ विद्यार्थी शामिल हैं। जिले में कुल ३५६६ विद्यार्थी अनुत्तीर्ण हुए हैं। इनमें मनासा में १४४९, जावद में ११०१ और नीमच विकासखंड में १०१६ विद्यार्थी शामिल हैं। इनमें से कुल ३३७ विद्यार्थियों को पूरक आई है। इनमें बालक १७५ और बालिकाएं १६२ है। मनासा में १३१, जावद में १२६ और नीमच में ८० विद्यार्थियों को पूरक आई है।
शिक्षकों का अभाव बड़ा कारण
कक्षा ९वीं का परीक्षा परिणाम बिगडऩे का सबसे बड़ा कारण मेरी नजर में विषयवार शिक्षकों की कमी है। विषय विशेषज्ञ नहीं होने से बच्चों का शैक्षणिक स्तर काफी कमजोर रह जाता है। इसका परिणाम सबके सामने है। परिणाम सुधारने का हम अपनी ओर से पूरा प्रयास करते हैं।
– ज्ञानवद्र्धन श्रीवास्तव, प्राचार्य शाबाउमावि क्रमांक दो

जावद कन्या विद्यालय में ६१ छात्राएं प्रथम श्रेणी में हुईं उत्तीर्ण
जावद. स्थानीय शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं ने इस वर्ष आयोजित कक्षा 9वी तथा 11वीं के परिणामों में पुन: अपनी श्रेष्ठता साबित की। इस वर्ष घोषित कक्षा 9वीं की 126 छात्राओं में से 99 छात्राएं उत्तीर्ण हुईं। परीक्षा परिणाम 78 .6 प्रतिशत रहा। इसमें से 6 1 छात्राएं प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुई।
विद्यालय के प्राचार्य मुकेश जैन ने बताया कि जहां पिछले वर्ष 56 प्रतिशत रिजल्ट के साथ जिले के विद्यालयों में श्रेष्ठ साबित हुए थे, वहीं इस वर्ष कक्षा 9वीं के परिणामों में 22 प्रतिशत की वृद्धि के साथ पुन: विद्यालय की छात्राओं ने श्रेष्ठता साबित की। छात्रा नायदा बी पिता फिरोज ने कक्षा 9वीं में प्रथम स्थान प्राप्त किया। ज्ञात रहे की संपूर्ण प्रदेश में कक्षा 1 से 8 तक विद्यार्थियों को अनुत्तीर्ण न किए जाने से कक्षा 9 वीं का परिणाम अत्यंत निम्न रहता है, वहीं इस विद्यालय में उत्तरोत्तर प्रगति करते हुए यह परिणाम अब 78.6 प्रतिशत तक पहुंच चुका है। इसी प्रकार कक्षा ग्यारहवीं के घोषित परिणामों में गणित संकाय का 100 प्रतिशत रिजल्ट रहा। जीव विज्ञान संकाय 8 2.4 प्रतिशत कला संकाय 74.5 प्रतिशत तथा वाणिज्य संकाय का परीक्षा परिणाम 70.4 प्रतिशत रहा। गणित संकाय की छात्रा खुशबू कोमलचंद धाकड़ ने संपूर्ण विद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त किया। द्वितीय स्थान पर वाणिज्य संकाय कि कोशल्या हरिराम रही।

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