वैक्सीन लगवाते ही गई आंखों की रोशनी
डागड़ी निवासी शिवनारायण पिता मोतीलाल जाति ने बताया कि उसने कोरोना महामारी से बचाव के लिए 6 माह पूर्व अपने ही गांव के स्वास्थ्य केंद्र पर कोरोना वैक्सीनेशन का दूसरा डोज लगवाया था। परंतु वैक्सीनेशन के अगले ही दिन उसे अचानक दिखना बंद हो गया इसके बाद उसने अपनी आंखों का चेकअप नीमच स्थित गोमाबाई नेत्रालय में कराया परंतु वहां उपचार के लिए 10 से 15 हजार रुपए का खर्च बताया गया है। शिवनारायण ने बताया कि वह सामान्य परिवार से होकर मजदूरी कर अपना व अपने परिवार का जीवन यापन करता है ऐसी स्थिति में वह अपने नेत्रों का उपचार नहीं करा सकता।
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पहले सब ठीक दिखता था..
पीड़ित ने ये भी बताया कि वैक्सीनेशन के पूर्व उसे नेत्र संबंधी किसी भी प्रकार की कोई बीमारी नहीं थी और वह स्वयं छोटे अक्षर से लेकर बड़े अक्षर पढ़ने के साथ ही वाहन चलाना मजदूरी सहित अन्य कार्य भी स्वयं के दम पर कर रहा था परंतु वैक्सीनेशन के कारण उसकी आंखें चली गई पीड़ित शिवनारायण ने ज्ञापन में प्रशासन से आर्थिक सहयोग की मांग की है।
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