घटना बुधवार सुबह के वक्त हुई। जब मोहल्ले के लोग नींद से उठ ही रहे थे, तभी चारों तरफ धुंआ होने से लोग घबरा गए। स्थानीय लोगों ने सबसे पहले तो अपने घरों से पानी लाकर दुकान की आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन वह बेकाबू हो गई और आग की लपटे ऊपर मकान तक पहुंच गई। जहां सो रहे दादी और पोती की दम घुटने से मौत हो गई.
लाखों का नुकसान
दानादुकान में आग लगने से 8 से 9 लाख रुपए के नुकसान का आंकलन किया गया है। बताया जाता है कि दिवाली से पहले दुकानदार ने नया माल मंगाया था। वह पूरा जलकर खाक हो गया।
मृतकों के परिजनों को मुआवजा इस अग्निकांड में मृतकों को प्रशासन की ओर से चार-चार लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की गई है। यह जानकारी तहसीलदार ने पत्रिका को दी। मौके पर तहसीलदार गोपाल सोनी, सीएसपी अभिषेक दीवान सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे।
बड़ी मुश्किल से बुझ पाई आग
भीड़ भाड़ वाले इलाके में लगी इस आग को बुझाने के लिए दमकल कर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। करीब आधा दर्जन दमकलों और स्थानीय लोगों की मदद से आग पर बड़ी मुश्किल से काबू पाया जा सका।
होगा पोस्टमार्टम आग की लपटों में घिरकर मृत हुए दादी और पोते के शवों को जिला अस्पताल की मर्च्युरी में पहुंचा दिया गया है। दोनों का पोस्टमार्टम किया जाएगा। बताया गया है कि दोनों की मौत आग की लपटों में घिरने और धुएं में दम घुटने के कारण हुई है।