सादुलपुर. राजस्थान वरिष्ठ शिक्षक संघ (रेस्टा) उपशाखा कार्यकर्ताओं ने भटनागर कमेटी की रिपोर्ट लागू करने की मांग को लेकर बुधवार को काला दिवस के रूप में विरोध जताया। प्रदेश मंत्री सुरेन्द्र काजला ने बताया कि एक जुलाई 2013 को कर्मचारी वर्गों की एंट्री-पे स्केल और गे्रड-पे दोनों बढ़ाकर आशानुरूप वेतन वृद्धि की। लेकिन कोई बदलाव नहीं करने के काराण प्रत्येक वरिष्ठ अध्यापकों को चार हजार रुपए का आर्थिक नुकसान तथा मानसिक पीड़ा पहुंचाई है। बार-बार मांग करने के बावजूद भी समस्या का निराकरण नहीं किया जा रहा है। इसके अलावा शिक्षकों ने वेतन विसंगतियों को दूर करने की भी मांग की है। इस अवसर पर उपशाखा कार्यकर्ताओं ने रोश जताते हुए उचित कार्रवाई की मांग की है।
सादुलपुर. राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत ने 11 सूत्री मांगपत्र के समर्थन में प्रदर्शन किया। उप शाखाध्यक्ष महेन्द्रसिंह, निहालसिंह ने बताया कि स्थानांतरण नीति बनाने, सातवें वेतन आयोग को लागू करने, विद्यालयों का एकीकरण बंद करने, 2012 के शिक्षकों का स्थायीकरण एवं एरियर भुगतान करने, 2015 के शिक्षकों का वेतन नियमितीकरण करने की मांग की। बालिका विद्यालयों को पुन: खोलने, समयावृद्धि वापस लेने, नवचयनित शिक्षकों को फिक्स के स्थान पर नियमिती वेतन देने, शिक्षा विभाग एवं संस्कृत शिक्षा में समस्त रिक्त पदों को भरने तथा नवनियुक्ति करने, शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्य से मुक्त करने तथा पीपी मॉडल खत्म करने की मांग की।
सुजानगढ़. राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत के तहसील अध्यक्ष शिवपाल राजियासर ने बुधवार को एसडीएम को सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में शिक्षकों की मांगों का समाधान करने की मांग की गई है। राजियासर ने शिक्षा विभाग की ओर से जारी विद्यालय नामांकन में न्यूनतम 20 प्रतिशत वृद्धि करने के निर्देशों का विरोध जताया। उन्होंने लिखा कि ऐसे निर्देश प्रारंभिक शिक्षा व्यवस्था को कमजोर करने व शिक्षकों को प्रताडि़त करने वाले हैं। उन्होंने लंबित पड़ी संगठन की मांगों का समाधान शीघ्र करने की मांग की।